गोरखपुर, 29 मई। नार्मल स्थित दरगाह हजरत मुबारक खां शहीद रहमतुल्लाह अलैह मस्जिद में रमजान माह के तीस दिनों तक चलने वाले शरई अहकाम (दीन की बातें) की तालीम का प्रोग्राम रविवार से बाद नमाज जोहर शुरु हो गया। जिसमें करीब 150 लोगों की सहभागिता रही।
प्रोग्राम में मौलाना मकसूद आलम मिस्बाही, मुफ्ती अजहर शम्सी व कारी शराफत हुसैन कादरी ने इल्म की महत्ता पर प्रकाश डाला। इल्म के प्रकार बताये गये। उलेमा ने कहा कि इस्लाम में दीन का इल्म सीखना बेहद जरुरी हैं। जब हम दीन की बुनियादी बातें जानेंगे, कुरआन सही ढ़ंग से पढ़ना व समझना जानेंगे तब ही हमारी इबादत हमारे लिए फायदेमंद साबित होगी। दुआ कबूल होगी। समाज में बहुत से ऐसे लोग जो किसी वजह से कुरआन पढ़ना व दीन की बातें नहीं सीख पाते हैं उन्हें संकोच छोड़ना चाहिए। जभी जागो तभी सवेरा हैं। इल्म हासिल करनी की कोई उम्र नहीं होती हैं। आप खुशनसीब हैं जो रमजान में रोजा रखकर, नमाज पढ़ कर इल्म हासिल करने के लिए जमा हुए हैं। दरगाह के मुतवल्ली इकरार अहमद ने बताया हैं कि यह शरई अहकामे सिखने का प्रोग्राम रमजान के तीसों दिन बाद नमाज जोहर चलता रहेगा। इसमें नमाज, हज,रोजा, जकात आदि बातों के बारे में विस्तार से बताया जायेगा ।