भारतीय स्टेट बैंक की सिसवा कमर्शियल शाखा का मामला
अगले दिन भुगतान के आश्वासन और टोकन दिए जाने पर ही माने
सिसवा बाजार (महराजगंज), 30 मई। सोमवार की शाम भारतीय स्टेट बैंक की सिसवा कमर्शियल शाखा में भुगतान नहीं मिलने पर खाताधारकों ने आक्रोश जताया और काउंटर बंद किये जाने के बावजूद बैंक परिसर से जाने से मना कर दिया। कार्यवाहक शाखा प्रबंधक व्रह्मदेव द्वारा अगले दिन बैंक खुलने पर प्रथम वरीयता में टोकन दिए जाने के बाद मामला खत्म हुआ।
कस्बे के भारतीय स्टेट बैंक कमर्शियल शाखा में सोमवार 29 मई की सांय लगभग 6 बजे सौ की संख्या में महिला-पुरुष खाताधारक बैंक के अंदर हंगामा करने लगे।भुगतान के लिए लाइन में लगे मुंद्रिका प्रसाद,ओमप्रकाश,आद्या प्रसाद, जहरी देवी ,मायरा खातून ,अनारी देवी, रामनरेश, अरुण त्रिपाठी, मुन्सरीम का आरोप था कि सुबह से लाईन में रहने के बाद भी शाम 4 बजे ही बैंककर्मी कैश काउंटर बंद कर चले गए जब कि काउंटर पर लगभग सौ के करीब महिला-पुरुष खाताधारक खड़े थे। दूर-दूर से आए हुए खाता धारकों में किसी के घर शादी ब्याह तो किसी को बीमारी के कारण पैसे की आवश्यकता थी। ऐसे में बैंक के इस रवैये से इन खाताधारक आक्रोशित हो गये और वह बैंक के अंदर ही जब तक भुगतान नहीं होगा तब तक नहीं जाएंगे की बात कर विरोध प्रदर्शित करने लगे। उनका यह भी आरोप था कि बैंक कर्मी 11 बजे से पैसा भुगतान शुरु किए और अंदर से अपने चहेतों को भुगतान करते रहे और 4 बजे काउंटर को बंद कर चले गए।
खताधारको के विरोध को देखते हुए कार्यवाहक शाखा प्रबंधक व्रह्मदेव द्वारा दूसरे दिन भुगतान के लिए प्रथम वरीयता के लिए इन खाताधारकों को टोकन जारी किया गया तब जाकर खाताधारकों का गुस्सा शांत हुआ और वह अपने घर गए।
इस संदर्भ में कार्यवाहक प्रबन्धक का कहना है कि बैंक में स्टाफ की कमी है और आज आरबीआई भेजने के लिए आवश्यक पेपर तैयार करना था। इस कारण 5 बजे के बाद भुगतान बन्द कर रिपोर्ट तैयार करने लग गये। ग्राहकों को भुगतान में थोड़ी असुविधा हुए जिसके लिए टोकन जारी किया गया है। मंगलवार को बैंक खुलने के बाद प्रथम वरीयता में उनका भुगतान कर दिया जाएगा।