नगर अध्यक्ष के पक्ष में पुलिस के सामने नारेबाजी
महराजगंज, 30 मई। आदर्श नगर पंचायत आनंदनगर नगर पंचायत के अध्यक्ष व सभासद के बीच रूपये के लेन देन को लेकर जमकर मारपीट हुई। मारपीट में सभासद सहित नगर अध्यक्ष को मामूली चोटें आईं। घटना की सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने में लाकर मामले की जांच में जुट गई है।
आनंदनगर नगर पंचायत के अध्यक्ष विनोद गुप्ता व वार्ड नं 6 के सभासद संजय जायसवाल के बीच पिछले कुछ दिनो से बीसी के रूपये के लेन देन को लेकर विवाद चल रहा था। सभासद के पास नगर अध्यक्ष का काफी बकाया चल रहा था। जिसकी मांग वह काफी दिन से कर रहे थे। सभासद संजय जायसवाल रूपये देने में आनाकानी कर रहे थे।
मंगलवार को दिन में करीब एक बजे नगर अध्यक्ष विनोद गुप्ता अपने ड्राइवर शेखर के साथ बाइक पर सवार होकर अपने घर आ रहे थे। उसी दौरान विनोद गुप्ता रूपये को मांगने के लिए सभासद के दुकान पर रूक गये और पैसा मांगने लगे। इसको लेकर कुछ कहासुनी हो गयी। कहासुनी के बाद नगर अध्यक्ष के समर्थन में कई लोग जुट गये और गाली गलौज होने लगी। गाली गलौज के बाद दोनो पक्षो में जमकर मारपीट हुई और लात-घूँसा भी चला।
मारपीट की सूचना किसी ने पुलिस को दे दिया। सूचना पाते ही चौकी इंचार्ज हरेंद्र मिश्रा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गये। दोनो पक्षो को काफी समझाने का प्रयास करने लगे लेकिन लोग नही माने। धक्का मुक्की के बीच सभासद के दुकान का काउंटर सहित कुछ अन्य चीजे क्षतिग्रस्त हो गईं। पुलिस के मनाने के बाद विवाद कुछ कम हुआ तो दोनो पक्षो को थाने ले गये। पुलिस के सामने ही नगर अध्यक्ष के समर्थको ने अध्यक्ष के समर्थन में नारे बाजी करते हुए थाने तक पहुंच गये।
थाने पहुंचने पर दोनों पक्षों से सैकड़ो की संख्या में भीड़ जुट गई। घायल सभासद संजय जायसवाल को प्राथमिक इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनकटी ले जाया गया जहां से इलाज के बाद गंभीर हालत देख जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। नगर अध्यक्ष भी अपने समर्थको के साथ मेडिकल कराने सीएचसी पहुंच गये थे। इस सबंध में कोतवाल फरेंदा संजय कुमार सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों में मारपीट की सूचना मिलते ही तत्काल पुलिस मौके पर पहुंच गई। दोनो पक्षो से तहरीर मिल गई। जांच के बाद उचित कार्रवाई की जायेगी।
फरेंदा व्यापारियों के बीच बढ़ रहा बी.सी. का खेल
महराजगंज
व्यापारियों के बीच कमेटी बनाकर रूपये के लेनदेन के खेल फरेंदा कस्बे में बड़े पैमाने पर चल रहा है। कस्बे के व्यापारियों के दस से बीस लोगो का समूह प्रति महीने एक निश्चित धनराशि बी.सी चलाने वाले के पास जमा करके उसकी बोली लगायी जाती है। जिसमें अधिक घाटा लगा कर बोली लगाने वाले को सारा रकम दे दिया जाता है। धीरे-धीरे यह धनराशि बड़ा रूप धारण कर लेती है तो देने वाले का काफी दिक्कत का सामना करना पड़ जाता है। बी.सी के धंधे से कितने परिवार उजड़ गये। यह खेल गैर कानूनी होने के बाद भी व्यापारी इस खेल में रूचि लेते है। जो एक विवाद का कारण बनता है जिसका उदाहरण मंगलवार को सभासद और नगर अध्यक्ष के बीच विवाद में दिखाई दिया।