गोरखपुर, 27 जून। शहर में बहुत से मेले लगते हैं जो काफी पुराने हैं लेकिन सौ से ज्यादा सालों से ईद के मौके पर एक ऐसा मेला भी लगता हैं जो सिर्फ बच्चों के लिए होता हैं। बच्चे ईद में मिली ईदी को इसी मेले में खर्च करना पसंद करते हैं।
शहर की मशहूर मारुफ शाही जामा मस्जिद उर्दू बाजार में ईद के दिन शाम को टर का मेला लगता हैं जिसमें 40 से 50 दुकानें खिलौने की लगती हैं। गोरखपुर की मशहूर कहावत हैं ‘ईद के बाद टर’। यह मेला इसी कहावत के नाम से मशहूर हैं। इसमें शहर के नन्हें मुन्ने बच्चे शामिल होते हैं।
रात साढ़े नौ बजे तक मेला चलता हैं। जिसमें तरह-तरह के खिलौने व खाने-पीने की चीजें मिलती हैं। तुर्कमानपुर के मुनव्वर अहमद भांजे अरशद अली व मोहम्मद वली, धम्माल के खुर्शीद अहमद मून अपनी बिटिया मरियम, इलाहीबाग के गुलाम मोहम्मद अपने पुत्र मोहम्मद अफीफ, अफराज को लेकर आयें और बच्चे ने खूब धमाल किया।