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जेल से मांगी जा रही थी रंगदारी, अब रोज होगी बैरकों की तलाशी

गोरखपुर,7 जुलाई। जेल से रंगदारी मांगे जाने और बैरकों से आए दिन मिल रहे मोबाइल फोन पर अन्न्कुस लगाने के लिए अब बैरकों की रोज तलाशी लेने का निर्णय लिया गया है. तलाशी के दौरान आपत्तिजनक वस्तु मिले या न मिले उसे रजिस्टर में दर्ज किया जायेगा. इस रजिस्टर को सीओ रैंक के अधिकारी समय-समय पर चेक करेंगे और डीआईजी रेंज को इसकी जानकारी देंगे।

शुक्रवार को डीआईजी रेंज नीलाब्जा चौधरी के कैंप कार्यालय में जेल डीआईजी यादवेंद्र शुक्ला के साथ लगभग दो घंटे बैठक चली जिसमें दोनों अधिकारियों ने जेल व्यवस्था को और मजबूत करने पर चर्चा की. जेल में बंद संजय यादव द्वारा डाक्टरों से रंगदारी मांगे जाने से अधिकारियों में हड़कम्प की स्थिति बनी हुई है। अब तक हुए चेकिंग में जेल से मोबाइल व अन्य आपत्तिजनक सामान मिल चुके हैं। गुरुवार को चेकिंग के दौरान बैरक से मोबाइल मिला था जिस पर जेल अधीक्षक ने जेल के एक सिपाही को सस्पेंड कर दिया।

इससे पहले डीआईजी रेंज जेल अधीक्षक को इस मामले में फटकार लगा चुके हैं। समझा जाता है कि जेल से रंगदारी के लिए शहर के एक डाक्टर को धमकी दिए जाने की घटना को सीएम ने काफी गंभीर माना था, कुछ दिन पूर्व इस डाक्टर के नर्सिंग होम का सीएम ने ही उद्घाटन किया था। गोरखपुर के कप्तान के स्थानांतरण को भी सीएम की नाराजगी का ही परिणाम माना जा रहा है। सीएम शनिवार और रविवार को गोरखपुर में ही रहेंगे। लिहाजा अधिकारियों ने इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए जेल में निगरानी की नई व्यवस्था बनाई है।

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