एक दर्जन से अधिक जिलों में प्रदर्शन कर पार्टी नेता जीरा भारती पर हमके का किया पुरजोर विरोध
लखनऊ, 7 जुलाई। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) ने मिर्जापुर में पार्टी की महिला नेता समेत योगी सरकार में दलितों-महिलाओं पर सामंती हमले और लोकतांत्रिक अधिकारों के दमन की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ शुक्रवार को राज्यव्यापी प्रतिवाद दिवस मनाया।
लखनऊ में भाकपा (माले) कार्यकर्ताओं ने परिवर्तन चौक से जिलाधिकारी कार्यालय तक मार्च निकाला और कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया।
मिर्जापुर, सोनभद्र, गाजीपुर, मऊ, बलिया, देवरिया, चंदौली, भदोही, इलाहाबाद,
गोंडा, गोरखपुर आदि जिलों में भी माले कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया।
पार्टी राज्य सचिव सुधाकर यादव ने मिर्जापुर मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया।
इस मौके पर मांगों के साथ प्रदेश के राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन पार्टी
इकाइयों द्वारा जिला प्रशासन को सौंपे गये। इसमें मिर्जापुर में तीन जुलाई को
माले की राज्य कमेटी सदस्य व दलित समुदाय से आने वाली कामरेड जीरा भारती की आबरु व जान पर हमला करने वाले भाजपा समर्थित दबंगो को गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग प्रमुख रुप से की गई।
इसके अलावा, पार्टी के वाराणसी जिला कार्यालय पर पुलिस छापेमारी व लखनऊ के यूपी प्रेस क्लब से दलित बुद्धिजीवियों की गिरफ्तारी को मोदी-योगी सरकार में असहमति व अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बताते हुए ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने, मुख्यमंत्री को काला झंडा दिखाने वाले छात्रों पर दर्ज मुकदमे हटाने और सहारनपुर घटना में चंद्रशेखर को रिहा करने की मांगें प्रमुख रुप से शामिल थीं।
गोरखपुर में मेल नेताओं ने पार्टी कार्यालय से डीएम कार्यालय तक मार्च निकला और ज्ञापन दिया. ज्ञापन में उपरोक्त मुद्दों के साथ-साथ प्रगतिशील अधिवक्ता संघ से जुड़े अधिवक्ता राधेश्याम सिंह के बेटे की हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की गई. प्रदर्शन में पार्टी के जिला सचिवराजेश सहनी, इंकलाबी नौजवान सभा के बजरंगी लाल निषाद, सोनू श्रीवास्तव , एपवा नेता मनोरमा चौहान, जयप्रकाश यादव, जगदम्बा, शिव भोले, मिथिलेश, मीरा शर्मा, हरिद्वार, अजय कुमार, गुलशन कुमार आदि शामिल थे.