गोरखपुर, 19 जुलाई। उलेमा-ए-अहले सुन्नत की एक बैठक नार्मल स्थित दरगाह मुबारक खां शहीद अलैहिर्रहमां की मस्जिद में हुई। बैठक में यह फैसला लिया गया कि दरगाह पर स्थित मदरसा दारुल उलूम अहले सुन्नत फैजान-ए-मुबारक खां शहीद की तरक्की के लिए सारे उलेमा किराम मिलकर काम करेंगे और मदरसे की तरक्की का रास्ता हमवार करेंगे।
दरगाह के सदर इकरार अहमद ने कहा कि बाबा के उर्स का काम बहुत तेजी से चल रहा हैं। आने वाली 21-23 जुलाई तक उर्स-ए-पाक अदबो ऐहतराम के साथ मनाया जायेगा। तमाम बाबा के चाहने वाले व मदरसा के विद्यार्थी उर्स को सफल बनाने में जी-जान से जुटे हुए हैं।
उन्होंने बताया कि मदरसे की स्थापना दो वर्ष पूर्व हुई। बाबा के अकीदतमंद, मदरसे के स्टाफ, दरगाह के इमाम मौलाना मकसूद आलम, कारी शराफत हुसैन कादरी व अहले सुन्नत वल जमात के इमाम व तमाम मदरसों के प्रबंध समिति के लोगों ने एक स्वर में यह फैसला लेते हुए कुछ ऐसा रास्ता निकालने पर सहमति व्यक्त की हैं कि आगे चलकर मदरसा किसी प्रबंधकीय विवाद में न पड़ जायें, मदरसा शिक्षा व्यवस्था प्रभावित न होने पायें। इसी के मद्देनजर वर्तमान कमेटी ने मदरसे के हित में बेहतर व मुकम्मल इंतजाम कर लिया हैं। इस इंतजाम से मदरसे की तरक्की में किसी प्रकार की रुकावट नहीं होगी।
उन्होंने मदरसे में सहयोग करने वाले सभी लोगो का शुक्रिया अदा किया और आगे भी भरपूर मदद की अपील की।
इस मौके पर शहर-ए- काजी मुफ्ती खुर्शीद अहमद व शहर मुफ्ती अख्तर हुसैन मन्नानी को चुना गया और दोनों हजरात की मदद मुफ्ती मोहम्मद अजहर शम्सी के सुपुर्द की गयी।
इस मौके पर मुफ्ती अलाउद्दीन मिस्बाही, हाफिज नजरे आलम कादरी, हाफिज व कारी अफजल बरकाती, मौलाना मोहम्मद अहमद, मौलाना जहांगीर अजीजी, कारी अंसारुल हक, हाफिज रहमत अली,मोहम्मद आजम, कारी सरफुद्दीन, मौलाना इलियास, मौलाना गुलाम दस्तगीर, हाफिज मोहसिन, मौलाना नूरुल होदा मिस्बाही, सैयद शहाब अहमद, जलालुद्दीन खां सहित तमाम मस्जिदों के इमाम मौजूद रहे।