कुशीनगर , 29 अगस्त. बाढ़ में नेपाल से बहकर वाल्मीकिनगर में आये गैंडों को पकड़ने के लिए रेस्क्यू अभियान को फिर तेज कर दिया है। अभी तक विभिन्न स्थानों पर एक दर्जन गैंडों को देखा गया है.
वाल्मीकिनगर वन प्रमण्डल दो के डीएफओ अमित कुमार ने बताया कि नेपाल से बाढ़ के पानी मे बहकर आये एक दर्जन गैंडे दिखे हैं। पिपरासी गंडक दियारे में दो, खड्डा वन प्रभाग के दियारे में दो , सोहगीबरवा वन प्रभाग में दो, नरसंहिया नेपाल मे तीन तथा वीटीआर के गनौली वन क्षेत्र में दो गैंडे का पग मार्क मिला है.
डीएफओ ने कहा कि इन क्षेत्रों से गैंडों को पकड़ने के लिए हाथी स्पाॅट टीम तथा अन्य वनकर्मियों की टीम को लगाया गया है। रेस्क्यू अभियान मे क्षेत्र के लोग वन प्रशासन को मदद करें और गैंडों से छेड़छाड़ नही करे। डीएफओ ने बताया कि इन क्षेत्रों में गैंडों को पकड़ने के लिए चार टीमों को लगाया गया है। इस टीम मे वीटीआर , नेपाल के चितवन नेशनल पार्क, उतर प्रदेश के महराजगंज, कुशीनगर जिले के वन अधिकारी ओ कर्मचारी शामिल है। उन्होंने बताया कि इस टीम की मानिटरिंग खुद वह , वन प्रमण्डल एक के डीएफओ गौरव ओझा, वाल्मीकिनगर के रेंज अफसर आरके सिन्हा आदि कर रहे है।
डीएफओ ने बताया कि उधर पिपरासी प्रखंड के गंडक दियारा मे डेरा डाले चहलकदमी कर रहे गेंडो को पकड़ने तथा गतिविधि पर नजर रखने के लिए मदनपुर वन प्रक्षेत्र से वनकर्मीयो की टीम को भेजा गया है ।