गोरखपुर, 18 अगस्त। शिक्षामित्र संघ के प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर पूरे जनपद में शिक्षामित्रों का सत्याग्रह आंदोलन शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी रहा । इस दौरान जनपद से आए सभी शिक्षामित्र अपनी माँगों से संबंधित तख्तियाँ लिए हुए थे और ‘ अध्यादेश लाओ ,शिक्षामित्र बचाओ ‘ का नारा लगा रहे थे।
25 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द कर दिया था ।इसके बाद से ही शिक्षा मित्र आंदोलन कर रहे हैं। एक सप्ताह के आंदोलन के बाद मुख्यमंत्री से उनकी वार्ता हुई जिसमें उनको 15 दिन में समस्या के समाधान का आश्वासन मिला। इसके बाद शिक्षा मित्रों ने आंदोलन स्थगित कर दिया था।
एक पखवारे के बाद भी कोई निर्णय नहीं होने से शिक्षा मित्रों के दोनों संगठनों ने 17,18,19 अगस्त को प्रदेश के सभी जनपदों के बेशिक शिक्षा कार्यालयों पर शांतिपूर्ण तरीक़े से सत्याग्रह आंदोलन का आह्वान किया । उसी क्रम में शुक्रवार को जनपद में दूसरे दिन भारी संख्या में शिक्षामित्रों ने बीएसए कार्यालय पर जुटकर सत्याग्रह आंदोलन में प्रतिभाग किया ।
आंदोलन के दौरान सूचना मिली गत शुक्रवार को वार्ता विफल होने पर अवसाद में आकर उरुआ ब्लाक के एक शिक्षामित्र ने घर पर जहरिला पदार्थ खाकर जान दे दी । इस पर सभी शिक्षामित्रों ने शोक संबेदना व्यक्त करते हुए दुख प्रगट किया । सत्याग्रह आंदोलन को विभिन्न सामाजिक साहित्यिक सांसकृतिक व कर्मचारी संगठनों ने अपना नैतिक समर्थन दिया है ।
आंदोलन का नेतृत्व उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष अजय सिंह व आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष गदाधर दुबे ने किया । अपने उद्बोधन में नेताद्वय ने कहा शिक्षामित्रों की उपज 17 वर्ष पुरानी बीजेपी सरकार की है । इस समय भी इसी की सरकार है । अब बीजेपी को समझना चाहिए कि हम शैश्वाअवस्था पार कर चुके हैं अब मानदेय की बात करना 17 वर्ष पुराना बच्चे का पाजामा पहनाने के बराबर है । हम किसी भी दशा में मानदेय स्वीकार नहीं करेंगे । सरकार सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करें ,अध्यादेश लाएं और इस प्रक्रिया को पूरा होने तक समान कार्य समान वेतन के तहत सहायक अध्यापक का वेतन देते रहें ।
आंदोलन में रामनगीना निषाद ,मनोज यादव ,हुकुमचंद चौहान ,अजय चंद , बेचन सिंह ,अशोक चंद्रा ,लालधर निषाद ,अमित राय ,अविमाश कुमार ,राम आशीष यादव ,रणविजय , संजय यादव ,दिग्विजय दुबे ,राजीव गुप्ता ,जितेंद्र ,राजनाथ यादव ,अतुल राय ,लक्ष्मीनारायण वर्मा ,राकेश ,रागिनी सिंह ,विजय लक्ष्मी ,शोभा ,रजनी सिंह ,शशि ,अल्पना ,रामनिवास , सूर्यनारायण दूबे ,साहब ,रामदयाल ,विनोद ,आनंद ,अखण्डप्रताप सहित भारी संख्या में शिक्षामित्र शामिल हुए। शिक्षामित्रों के सत्याग्रह आंदोलन को उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ ,विशिष्ट बीटीसी वेलफेयर एसोसिएशन ,किसान युनियन ,आदर्श शाक्षरताकर्मी प्रेरक वेलफेयर एसोसिएशन ने अपना नैतिक समर्थन देते हुए उनके नेताओं ने धरने को संबोधित किया । इनमें भक्तराज राम त्रिपाठी ,तारकेश्वर शाही ,मृत्युंजय पांडेय सहित ज्ञानेंद्र ओझा ,सुधांशु मोहन ,श्रीधर मिश्र ,अजय सिंह के नाम उल्लेखनीय है।