गोरखपुर, 1 अगस्त। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ व आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन ने 31 जुलाई को गोरखपुर ग्रामीण विधान सभा के विधायक विपिन सिंह, पिपराईच के विधायक महेंद्रपाल सिंह ,खजनी विधायक संत प्रसाद और विधान सभा परिषद देवेंद्र प्रताप सिंह को अपनी माँगों से संबंधित ज्ञापन दिया ।
मुख्यमंत्री जी के नाम संबोधित ज्ञापन में सरकार से सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करे , नया अध्यादेश लाकर सभी शिक्षामित्रों को शिक्षक के पद पर ही बनाए रखे तथा संगठन के पदाधिकारियों के ऊपर लगाए गये फ़र्जी मुकदमें वापस लेने की माँग की गई । चारो विधायको ने शिक्षामित्रों की मांगो पर चर्चा की और उम्मीद जताई कि निश्चित तौर से कोई न कोई हल निकल जाएगा । इस मुद्दे को लेकर प्रदेश सरकार गंभीर है ।
शिक्षा मित्रों ने कहा कि शहर में शांतिपूर्ण तरीक़े से बैठकर आपसी बातचीत के लिए प्रशासन कोई जगह नहीं दे रहा है. इससे जनपद के सभी शिक्षामित्र दुखी हैं। एमएलसी देवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा शिक्षामित्रों की आवाज़ पिछली सरकार मे था तब भी उठाता था वर्तमान सरकार में हूँ तब भी उठाउंगा । सबका सम्मान सबका गौरव सुरक्षित रहे ,इसके लिए विधि सम्मत समाधान हो ,चाहे इसके लिए विभागीय टेट ही क्यों न करवाना पड़े । समस्या का समाधान होगा । आत्महत्या व हिंसा की ज़रूरत नहीं । बात चीत का रास्ता सबसे बढ़िया है । सरकार भी आपके लिए संजिदा है जल्द कुछ हल निकल आएगा ।
ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष गदाधर दूबे , अजय सिंह , बेचन सिंह, अशोक चंद्रा , हुकुमचंद चौहान, अमित राय ,अतुल राय, अजय चंद, द्विग्विजय दूबे , लालधर निषाद ,रामनिवास, सुनील शर्मा ,राकेश, रविन्द्र चौधरी,अयोध्या, राजेश दिनेश इंदल ,चंद्रजीत राजनाथ यादव , करुणाकर पांडेय , ईश्वर आदि शिक्षा मित्र उपस्थित रहे ।