-684 किमी सड़क तथा 40 पुल को डैमेज बता रहा विभाग
आर एन शर्मा
महराजगंज , 18 सितम्बर। जिले में बाढ 20 दिन तक बनी रही और इस दौरान आधा दर्जन स्थानों पर तटबंध टूट गए तो चार स्थानों पर इस कदर सड़क टूटी कि आवागमन तक ठप हो गया। आठ लोगों की जान गई। आठ मवेशी भी बाढ़ में मारे गए। बाढ़ से 114 गाँव मैरूंड हुए तो 40 पुल और 684 किमी सड़क भी क्षतिग्रस्त हो गयी । पल और सड़क को ठीक करने के लिए लोक निर्माण विभाग ने सरकार से साढे बाइस करोड़ रूपए मांगे हैं।
बाढ के दौरान पनियरा के भौंराबारी, नरकटहा अकटहवा के पास , निचलौल- ठूठीबारी तथा चेहरी व त्रिमुहानी के बीच इस कदर सड़क टूटी कि आवागमन तक ठप हो गया। जिसमें से चेहरी व त्रिमुहानी के बीच की सड़क राष्ट्रीय राज मार्ग 730 के अधीन है।
तबाही की दृष्टिकोण से इन साल की बाढ काफी भयावह थी। जिसकी वजह से काफी सड़कें व पुल पुलिए डैमेज हो गए। जिसकी मरम्मत कराने के लिए काफी धन की जरूरत होगी ।
लोक निर्माण विभाग द्वारा तैयार किए गए ब्यौरे पर गौर करें तो बाढ की वजह से जहां प्रांतीय खंड की 81 सड़कों का करीब 260 किमी हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ तो वहीं निर्माण खंड के 93 सड़कों का करीब 423 किमी हिस्सा टूट गया है।
इसी प्रकार प्रांतीय खंड के 13 तो निर्माण खंड के 27 पुल डैमेज हो गए। जिसकी वजह से आवागमन प्रभावित हो रहा है। सड़कों पर रफ्तार धीमी है
वहीं पर क्षतिग्रस्त 40 पुलों से जुड़े करीब डेढ़ किमी एप्रोच मार्ग भी धंस जाने से राहगीरों को दुश्वारियां झेलनी पड़ी रही है।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता सुग्रीव राम ने गोरखपुर न्यूज़ लाइन को बताया कि बाढ से क्षतिग्रस्त सार्वजनिक परिसम्पत्तियों की मरम्मत के लिए कुल 22 करोड़ 57 लाख का इस्टमेट तैयार कर शासन में भेजा गया है। धन मिलने के बाद पुलों व सड़कों की मरम्मत शुरू कराई जाएगी । जबकि कुछ स्थानों पर आवागमन बहाल करने के लिए तत्काल कार्य कराया गया है।