-हल्लौर एसोसिएशन का मातमी जुलूस
गोरखपुर, 26 सितम्बर। पांचवी मुहर्रम मंगलवार रात को अंजुमन हैदरी हल्लौर के तत्वावधान में खूनीपुर स्थित मरहूम इकबाल हुसैन रिज़वी के घर से जंजीरी मातमी जुलूस पुरानी परम्परा के अनुसार निकला।
यह जुलूस करीब 48 सालों से हल्लौर एसोसिएशन के बैनर तले अपनी परम्परा को कायम रखते हुए निकाल रहा है। इससे पहले महिलाओं द्वारा मजलिस व मातम किया गया। मातमी जुलूस देखने के लिए लोग सड़को, गलियों और छतों पर जमे रहे। ज़जीरी मातम और कमां का मातम देख कर अकीदतमंदों की आखें नम हो गयी। हर तरफ या हुसैन, या हुसैन की सदा गूंज़ रही थी।
मातमी जुलूस खूनीपुर चौराहे से अंजुमन इस्लामिया पहुंचा तो वहां हल्लौर से आये नफीस हल्लौरी ने इमाम हुसैन की शहादत पर प्रकाश डाला और कर्बला की दास्तान बयान की।
जुलूस में हल्लौर से आये नौहाखां नफीस सैयद, कमियाब बब्लू, मोहम्मद हैदर शब्लू, कायनात हल्लौरी, खुशनूद व अनीस तथा अब्बास हैदर ब्रदर ने अपने कलाम से माहौल को और गमगीन बना दिया। जुलूस में हल्लौर से आये जीशान हैदर के अलावा कस्बा हल्लौर से आये तमाम लोगों ने कमां और जंजीरों का मातम किया। मातमी जुलूस अंजुमन इस्लामिया से होता हुआ नखास चौक से रेती चौक होते हुए गीताप्रेस रोड स्थित इमामबाड़ा आगा साहेबान मे पहुंचा जहां हल्लौर एसोसिएशन की जानिब से मजलिस हुई। अंत में एसोसिएशन से सचिव ने सभी का शुक्रिया अदा करते हुए जुलूस के समापन की घोषणा की।