कूड़ा निस्तारण, सार्वजनिक शौचालय, छुट्टा पशुओं का भी मुद्दा उठा
गोरखपुर, 20 नवम्बर. महानगर पर्यावरण मंच के सदस्यों की बैठक 19 नवम्बर को हुई. बैठक में महानगर के विभिन्न पर्यावरणीय मुदृदों पर गहन विचार विमर्श किया गया। बैठक में महानगर के उत्तरी छोर पर स्थिति महेसरा ताल जो एक महत्वपूर्ण जलाशय है, को स्वच्छ और अतिक्रमण मुक्त रखने की आवश्यकता पर बल देते हुए ताल में महानगर के कूडे को ताल में डम्प किये जाने पर गहरी चिन्ता व्यक्त की गयी। वक्ताओं ने कहा कि महेसरा का वेट लैण्ड बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। साथ ही साथ भूगर्भ जल भी प्रदूषित हो रहा है। जल जनित बीमारियों का संक्रमण भी तेजी से बढ़ रहा है।
बैठक में महानगर के बैक रोड़, सिनेमा रोड आदि स्थानों पर सार्वजनिक शौचालय निर्माण पर गहरी चिन्ता व्यक्त करते हुए मंच ने सड़को के सकरा होने और जाम की समस्या को और जटिल बनने की सम्भावना के निमित इसे तत्ताकाल प्रभाव से रोके जाने की आवश्यकता जतायी गयी। इस निर्माणाधीन शौचालयों अन्यत्र स्थापित करने और पी0पी0पी0 माडल पर बनाये जाने की नगर निगम और सम्बन्धित विभागों से विचार करने को कहा।
महानगर में बढ़ रहे छुट्टा पशुओं द्वारा लगातार हो रही घटनाओं के प्रति सम्बन्धित विभागों द्वारा समुचित कार्यवाही न किये जाने पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि पशुओं के आक्रमण कई मौते हो चुकी है, इसलिए इसका स्थायी समाधान किया जाना अन्तयन्त आवश्यक है।
महानगर की साफ-सफाई व्यवस्था पर चर्चा करते हुए सदस्यों ने कहा कि मुख्य व्यस्त स्थानों और इलाकों में कूड़ा पडाव तो बनाये गये है लेकिन यह खुले है और प्रतिदिन यहाॅ से कूडे का निस्तारण नहीं होने से बदबू होती है और छुट्टा जानवर इसे सड़को पर कूड़े को बिखेरते हैं जिससे गन्दगी और अधिक फैल जाती है। इसकी उठान नियमित हो तो इस समस्या का समाधान हो सकता है। महानगर में सालिड वेस्ट मैनेजमेन्ट गोरखपुर में नही हो पा रहा है, जिससे स्थिति और विकट होती जा रही है।
मंच ने एक स्वर से मुख्यमंत्री के पोर्टल पर इन समस्याओं का संज्ञान लाने के लिए सहमति बनाते हुए इस दिशा में त्वरित कदम उठाने की रणनीति बनायी है। मंच ने इस सम्बनध में मुख्यमंत्री से मुलाकात ज्ञापन देने की भी बात कही है।
बैठक में मंच के सदस्य पी0के0लाहिड़ी, ई0 महावीर प्रसाद कंडोई, डा0शीराज़ वजीह, डा0 सुमन सिन्हा, एजाज रिजवी, ए0के0जायसवाल, प्रीती द्विवेदी, मनोज सिंह, डा0 मुमताज खान, धर्मेन्द्र नारायण दूबे, जितेन्द्र द्विवेदी, डा0 के0के0पाण्डेय, कनक हरी अग्रवाल आदि उपस्थित थे।