गोरखपुर, 19 नवम्बर। अनारक्षित सीट हैं। पिछली बार भाजपा ने यहां से उपचुनाव में जीत हासिल की थीं, वह भी मुस्लिम वोटों के जबरदस्त बिखराव की वजह से। वर्ष 2012 मे यहां मुस्लिम प्रत्याशी ने जीत हासिल की थीं। उनके निधन के बाद यह सीट भाजपा के कब्जे में चलीं गयीं लेकिन इस बार स्थिति बदल गयी है। अबकी बार निर्वतमान पार्षद के पति को भाजपा ने टिकट नहीं दिया तो वह खुद चुनाव लड़ रहे है और भाजपा प्रत्याशी के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं। वहीं सपा ने मुस्लिम युवा प्रत्याशी उतारा है।
[box type=”shadow” ]कुल आबादी – 17566
कुल मतदाता – 12372
पुरुष – 6639
स्त्री – 5733
कुल प्रत्याशी – 11 [/box]
सपा प्रत्याशी को पार्टी में उतना सपोर्ट नहीं मिल रहा है जितना मिलना चाहिए था। यहां से कई वरिष्ठ सपाईयों ने टिकट की दावेदारी की थीं। यहां कांग्रेस ने निर्दल प्रत्याशी जावेद को समर्थन दिया है। बसपा व पीस पार्टी ने प्रत्याशी उतारे है। ज्यादा मुस्लिम प्रत्याशी की वजह से एक बार फिर मुस्लिम वोट बिखरने के कागार पर है। वहीं भाजपा के वोट में भी सेंध लगने की पूरी आशंका है। निर्दल यहां कमाल कर सकते है।