सिसवा (महराजगंज), 1 नवम्बर. सिसवा नगर पंचायत के वार्ड नम्बर एक जैनीछपरा में पेयजल और शौचालय की योजनाओं का बुरा हाल है. गंदे पानी की निकासी भी एस वार्ड की प्रमुख समस्या है.
दलित बाहुल्य वार्ड नम्बर एक जैनीछपरा 2012 में सामान्य सीट घोषित किया गया था. इस मुहल्ले के इकलौते क्षत्रिय परिवार के सुनील शाही ने चुनाव में विजय हासिल की थी। सुनील शाही के कार्यकाल में आधे अधूरे विकास लोगो के एतराज का कारण बना हुआ है।विकास कार्यो में पिछड़े इस वार्ड में 50 फीसदी लोगों के घरों में शौचालय नही है और ना ही नगर पंचायत के तरफ से सार्वजनिक शौचालय का ही निर्माण कराया गया है। इसलिए वार्ड के लोग रेलवे लाइन या फिर खेतों में शौच के लिए जाते हैं.
इस वार्ड में लगभग एक वर्ष से सप्लाई का पानी नही आ रहा. आठ इण्डिया मार्का हैंडपम्प में से छह बेकार हो गए हैं। दो का पानी पीने योग्य नही है. सात टोटी सप्लाई के आभाव में किसी काम के नही है। एक लाख 62 हज़ार की लागत से इस वार्ड में पियाऊ का निर्माण किया गया है लेकिन यह भी बेकार पड़ा है.
गंदे पानी की निकासी इस वार्ड की सबसे बड़ी समस्या है,जिससे नालियां बजबजा रही हैं।
[box type=”info” ]आबादी-2800 वोटर-1520 दलित वोट-400 मुस्लिम वोट-300 [/box]
वार्ड के निवासी श्रीराम खरवार कहते हैं कि वार्ड में सड़कों का निर्माण तो हुआ है परंतु पानी की निकासी का कोई पुख्ता प्रबंध नही है। अभी तो मुहल्ले के कुछ हिस्से का पानी रेलवे के भूमि में निकल रहा है . यदि रेलवे ने पानी निकासी पर रोक लगा दिया तो इस वार्ड की हालत बद से बदतर हो जायेगी।
[box type=”shadow” ]हमारे कार्यकाल में तो सरकार द्वारा बहुत सीमित मात्रा में धन आता था।परन्तु इस कार्यकाल में सरकार ने दिल खोल कर नगर पंचायतों विकास कार्यो के लिए धन दिया है फिर भी वार्ड में समुचित विकास कार्य न होना वार्डवासियों के लिए दुर्भाग्य की बात है।ये दलित बाहुल्य बस्ती अपने दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है-पूर्व सभासद गुलाबी देवी[/box]
सुख्खल प्रसाद का कहना है कि बरसात के दिनों में हम लोगो के घरों में पानी भरा रहता है। पानी में ही रहना हमारी विवशता बन जाती है। वार्ड में एक सार्वजनिक पोखरी है परंतु लोगों ने अतिक्रमण कर उसे आधा से ज़्यादा भर दिया है जिसके कारण नालियां बजबजा रही है।
अयोध्या प्रसाद गिरी बताते हैं कि दलित बस्ती होने के कारण इस वार्ड में गरीब लोगों का तादाद ज़्यादा है. सार्वजनिक शौचालय की कमी के कारण उन्हें खुले में शौच जाना पड़ता है।
[box type=”shadow” ]वार्ड नम्बर एक विकास कार्यो में सबसे आगे रहा है।इस वार्ड में मेरे द्वारा पथ प्रकाश,सोलर पथ प्रकाश सहित नालियों व सड़कों का भी निर्माण कराया गया है।50% वार्डवासियों के सरकारी योजना के तहत अनुदान के लिए फ़ार्म भरवाया गया है जिनमे अधिकतर लोगो का शौचालय निर्माण के लिए धन आ चुका है।जिसमे से 25% लोग अपना शौचालय निर्माण भी करा चुके है।सार्वजनिक शौचालय निर्माण के लिए भी धन आया था परन्तु कुछ लोगो ने राजनीति कर उसके निर्माण में अवरोध खड़ा कर दिया जिसके वजह से ये वार्ड सार्वजानिक शौचालय की सुविधा से वंचित रह गया-निवर्तमान सभासद,सुनील शाही[/box]
सीता प्रसाद गौतम कहते हैं कि ये वार्ड कहने को तो नगर पंचायत का पहला वार्ड है परंतु सुविधाओं के मामले में गाँव देहात से भी बुरा हाल है। वार्ड में सड़क का निर्माण तो किया गया है परंतु मानक के विपरीत कार्य होने से सड़के निर्माण के एक साल के अंदर टूटने लगी है।शौचालय निर्माण के लिए वार्ड के कुछ लोगो को सरकारी योजना के द्वारा 8 हज़ार रुपये प्रति शौचालय धन मुहैया कराया जाना है परन्तु अभी तक उनके खातों में पहला क़िस्त मात्र 4 हज़ार रूपए ही प्राप्त हो पाए हैं।