गोरखपुर, 3 दिसम्बर। गाइनी विभाग की जूनियर डॉक्टर आरती झा के मौत की गुत्थी उसके घर समस्तीपुर और बीआरडी मेडिकल कालेज परिसर के बीच उलझी हुई है। पुलिस पूरे मामले को प्रेम प्रसंग से जोड़कर तफ़्तीश में जुटी हुई है जबकि परिजन पुलिस की इस थ्योरी को सिरे से नकार रहे हैं. हैरानी की बात है कि मामले की तफ़्तीश कर रही गुलरिहा पुलिस ने छात्रा की मौत के मामले में तहरीर दिए जाने के 24 घंटे बाद भी प्राथमिकी नहीं दर्ज की है।
छात्रा का अंतिम संस्कार रविवार को समस्तीपुर में किया गया। मुखाग्नि उसके पिता विजयकांत झा ने दी।
गुलरिहा पुलिस ने रविवार को दुबारा बीआरडी मेडिकल कालेज के उस सीनियर रेजीडेंट से पूछताछ की जिसके साथ डॉ. आरती के प्रेम संबंधों की चर्चाएं वायरल हो रही है। पुलिस ने उस सीनियर रेजीडेंट से बात करने के बाद अपनी तफ्तीश का दायरा बीआरडी मेडिकल कालेज के परिसर से बढ़ाकर समस्तीपुर तक कर लिया है। पुलिस इस बात को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त नजर आ रही है कि डॉ.आरती की मौत किसी दवा के ओवरडोज को लेकर ही हुई है। अब यह ओवरडोज उसने खुद लिया या किसी ने उसे दिया ? यदि दिया तो उसके पीछे उसकी क्या मंशा थी ?
पुलिस को उस सीनियर डॉक्टर के बयान और डॉ. आरती के परिजनों के बयान के बीच के गैप को ढूँढने में लगी हुई है। पुलिस को जानना चाहती है कि क्या वाकई सीनियर रेजीडेंट और डॉ. आरती शादी करना चाहते थे और परिजनों की रूढ़िवादिता ने उनकी इस शादी में बाधक बनी हुई थी। एक अन्य बिंदु पर भी पुलिस सीनियर डॉक्टर के बयान की तस्दीक कर लेना चाहती है कि क्या वाकई वह डॉ. आरती से शादी करना चाहता है या फिर उसने अंतिम समय में उसे धोखा दे दिया था जिसके कारण आरती को ऐसा कदम उठाना पड़ा।
बीआरडी मेडिकल कालेज के सूत्रों के अनुसार सीनियर रेजीडेंट का डॉ. आरती के साथ चक्कर कोई पहला नहीं था। इसके पहले भी उसका प्रेम चक्कर कुछ अन्य छात्राओं से रहा है। डॉ.आरती को वे लोग काफी सीधी बता रहे हैं। फ़िलहाल डॉ. आरती की पर्सनल डायरी का उसकी सहेली के कमरे से मिलना, एक जूनियर रेजिडेंट के रूम में लाइट का न होना, उसके रूम से सिरिंज का मिलना लेकिन ड्रग्स वायल का न मिलना, परिजनों द्वारा डायरी की हैण्डराइटिंग का डॉ. आरती का न होने का बयान दिया जाना, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट न होना अभी भी पूरे प्रकरण को हत्या और आत्महत्या के बीच उलझाए हुए है।
गुलरिहा इंस्पेक्टर ओमहरि बाजपेयी ने कहा कि छात्रा के मौत के हर पहलू पर जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी नहीं मिली है। बिसरा आदि जांच के लिए लैब भेजा जा रहा है। डायरी की हैण्डराइटिंग की भी एक्सपर्ट्स से जांच कराने के लिए भेज दिया गया है।