गोरखपुर, 27 दिसम्बर। बीआरडी मेडिकल कालेज में इंसेफेलाइटिस (जेई /एईएस) से मौतों का आंकड़ा 500 पार कर गया है। इस वर्ष दिसम्बर माह की 23 तारीख तक इंसेफेलाइटिस के 2240 मरीज भर्ती हुए जिसमें से 505 की मौत हो गई।
ये मरीज गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज, बस्ती, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, आजमगढ़, बलरामपुर, गोंडा, मउ, बलिया, गाजीपुर, फैजाबाद के अलावा बिहार और नेपाल के थे। इनमें अधिकतर 15 वर्ष से कम आयु के थे।
बीआरडी मेडिकल कालेज में इस वर्ष जापानी इंसेफेलाइटिस के केस बढ़ गए हैं। इस वर्ष इंसेफेलाइटिस के 2240 केस में जापानी इंसेफेलाइटिस के 296 केस थे। इनमें से 75 की मौत हो गई।
वर्ष 2012 के बाद एक बार फिर इंसेफेलाइटिस मरीजांे की संख्या में इजाफा हुआ है हालांकि मृत्यु दर में कमी आई है। फिर भी यह 22 फीसदी तक है। बीआरडी मेडिकल कालेज वर्ष 2010 में मृत्यु दर का 15.56 फीसदी तक लाने में सफल रहा था।
इंसेफेलाइटिस के सबसे अधिक मरीज गोरखपुर जिले के
बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती होने वाले इंसेफेलाइटिस मरीजों में सबसे अधिक गोरखपुर के हैं। गोरखपुर जिले से इस वर्ष 580 मरीज भर्ती हुए जिसमें 113 की मौत हो गई। देवरिया जिले से 320 मरीज भर्ती हुए जिसमें से 72 को नहीं बचाया जा सका। कुशीनगर जिले से 445 मरीज भर्ती हुए जिसमें से 109 की जान चली गई। महराजगंज जिले से 205 मरीज इलाज के लिए बीआरडी मेडिकल कालेज में आए जिसमें से 41 की मौत हो गई।
दस वर्षों में इंसेफेलाइटिस के केस
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year case death Death rate
2006 1940 431 22.21
2007 2423 516 21.19
2008 2194 458 20.87
2009 2663 525 19.71
2010 3302 514 15.56
2011 3308 627 18.95
2012 2517 527 20.86
2013 2110 619 29.33
2014 2208 616 27.90
2015 1758 442 25.14
2016 1924 514 26.16
2017 2175 480 22.06 [/box]