केन्द्रीय दल के अधिकारियों को दिया गया बाढ़ से नुकसान का ब्यौरा
गोरखपुर 12 दिसम्बर। बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने आए केन्द्रीय दल के अधिकारियों ने आज पीपीगंज तथा कैम्पियरगंज का बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया।टीम ने जिलाधिकारी के साथ बैठक कर बाढ़ से हुई क्षति की रिपोर्ट ली.
केन्द्रीय दल में संयुक्त सचिव धर्मारेड्डी तथा अधीक्षण अभियंता दिग्विजय मिश्रा शामिल हैं।
केन्द्रीय दल के अधिकारीयों को डीएम राजीव रौतेला ने बताया कि वर्ष 2017 में बाढ़ से जिले की सभी तहसीलें प्रभावित रही. इसमें कुल 594083 जनसंख्या तथा 168237 हे0 क्षेत्रफल प्रभावित रहा। कुल 44246 हे0 क्षेत्रफल में फसल प्रभावित हुई जिसमें से 31696 हे0 फसल 33 प्रतिशत से अधिक नष्ट हुई।
जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्य रूप से 14 अगस्त से 6 सितम्बर तक बाढ़ रही जो 1998 में आई बाढ़ से अधिक थी। जिले की कैम्पियरगंज, सदर एंव चौरी चौरा तहसीलें अधिक प्रभावित रही। बाढ़ के दौरान एनडीआरएफ की 8 टीमें जिसमें 356 जवान तथा 28 बोट थी, तैनात किया गया था। इसके अलावा पी.ए.सी. के 5 प्लाटून तैनात किये गये, इलाहाबाद से रैपिड डिवीजन से 75 जवानों की टीम 6 बोट सहित बचाव एंव राहत वितरण हेतु लगाया गया था।
उन्होंने बताया कि बाढ़ के दौरान 65 मेडिकल टीमें गठित की गयी थी, बाढ़ से प्रभावित 106367 परिवारों को रू0 129888267 राहत सामग्री पर व्यय किया गया। बाढ़ के दौरान कुल 19 जन हानि हुई जिसमें 5 बासगांव, 4 सदर, 4 चौरी चौरा तथा 6 कैम्पियरगंज में हुई थी।
उन्होंने बताया कि बाढ़ से 38 पक्का तथा 21 कच्चा मकान पूर्णतया क्षतिग्रस्त हो गया, 13 अत्याधिक पक्का तथा 34 अत्याधिक कच्चा मकान क्षतिग्रस्त हुआ। 1808 झोपड़ियां, 123 पशुशाला तथा 1423 आंशिक (पक्का कच्चा) मकान क्षतिग्रस्त हुआ। गृह अनुदान 231.793 लाख वितरित किया गया, ऐसे 10089 परिवारों को कुल रूपये 38338200 मूल्य का बर्तन, घरेलू सामान एंव कपड़ा हेतु अनुग्रह राशि दिया गया।
जिलाधिकारी ने बताया कि ड्रेनेज खण्ड का 25, बाढ़ खण्ड का 11, बाढ़ खण्ड-2 का 16 कुल 52 तटबंध क्षतिग्रस्त हुए हैं जिसकी लागत 7159.01 लाख रूपये है। इसके अलावा 241 सम्पर्क मार्ग, 39 पुल पुलिया एंव पहुंच मार्ग जिसकी लम्बाई 517.69 किमी0 है क्षतिग्रस्त हुआ जिसकी लागत 564.33 लाख रूपये हैं, 122 प्राथमिक विद्यालय क्षतिग्रस्त हुए है। कुल 13 परियोजनाओं का 40.265 लाख रूपये के विधुत पोल एंव तार क्षतिग्रस्त हुए हैं। 10 लाख रूपये के जगतबेला, डीहघाट एंव बलुआ का पशु चिकित्सालय भी क्षतिग्रस्त हुआ है। कुल 1200 हैण्डपम्प क्षतिग्रस्त हुए है।
इस दौरान सभी विभागीय अधिकारियों ने अपने अपने विभाग की क्षति का प्रस्तुतिकरण किया। इस अवसर पर एडीएम वित्त डा0 चन्द्रभूषण त्रिपाठी, आपदा प्रबंधक गौतम गुप्ता, बीएसए रामसागरपति त्रिपाठी, विधुत, बाढ़, पी.डब्लू.डी., विभाग के अधिशासी अभियंता गण उपस्थित रहे। केन्द्रीय दल के अधिकारियों ने पीपीगंज तथा कैम्पियरगंज का बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया।