गोरखपुर महोत्सव में सम्मानित किये जाने वाले 9 लोगों में एक भी ओबीसी/ एससी नहीं होने पर भी विरोध जताया
गोरखपुर , 11 जनवरी। ओबीसी आर्मी ने गोरखपुर महोत्सव का मुख्य टाईटल स्पान्सर गुटखा बनाने वाली कंपनी को बनाने और महोत्सव में सम्मानित किये जाने वाले 9 लोगों में एक भी ओबीसी या एससी जाती का नहीं होने पर आक्रोश व्यक्त किया है. ओबीसी आर्मी ने कमिश्नर को ज्ञापन देकर से गुटखा निर्माता कंपनी शुद्ध प्लस को गोरखपुर महोत्सव का मुख्य टाईटल स्पान्सर से तत्काल हटाने की मांग की है.
ओबीसी आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कालीशंकर ओबीसी ने 10 जनवरी की हुई बैठक के बाद जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि गोरखपुर महोत्सव में गुटखा व पान मसाला निर्माता कम्पनी शुद्ध प्लस को महोत्सव का मुख्य टाईटल स्पान्सर बनाये जाने तथा गोरखपुर महोत्सव में 9 महान विभूतियों को सम्मानित किये जाने वाले लोगों में ओ0बी0सी0 व एस0सी0 जातियों के लोगों की उपेक्षा पर हम लोग दुखी हैं और विरोध दर्ज कराते हैं.
उन्होंने ने कहा कि पान मसाला/ गुटखा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है . इसके बावजूद पान मसाला व गुटखा निर्माता कम्पनी शुद्ध प्लस को गोरखपुर महोत्सव का स्पान्सर बनाया गया है। जिससे लगता है कि गुटखा व पान मसाला को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं, छात्रों और आम जनता में प्रोत्साहित किया जा रहा है जो जनहित में कदापि नहीं है। मैं प्रशासन के लोगों व आयोजको से जानना चाहता हूँ कि क्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की सहमति है कि शुद्ध प्लस को गोरखपुर महोत्सव का स्पान्सर बनाया जाये ?
उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान सभी जाति, धर्मो को समान अवसर प्रदान करने की बात करता है परन्तु देखने में आया कि गोरखपुर महोत्सव में विभिन्न क्षेत्रों की 9 विभूतियों को सम्मानित किया जाना है, वे केवल और केवल सामान्य वर्ग से आते है। मैं चयनित विभूतियों का विरोध नहीं कर रह रहे हैं लेकिन यह भी जानना चाहता हूँ कि क्या ओ0बी0सी0, एस0सी0 व एस0टी0 वर्ग से गोरखपुर में कोई महान विभूति नहीं है। इस पर मुझे आपत्ति है। गोरखपुर क्षेत्र में सर्वाधिक आवादी ओ0बी0सी0, एस0सी0 व एस0टी0 की गोरखपुर के पूर्व सांसद व वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को सार्वधिक इन्हीं वर्गो से वोट भी मिलता है तो ऐसा भेद-भाव क्यों किया जा रहा है। जिसे ओ0बी0सी0 व एस0सी0 वर्ग के लोग बहुत ही संवेदनशीलता के साथ देख रहे है।
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