राज्य

आलू किसानों को तुरंत विषेष आर्थिक पैकेज दे सरकार : अजय कुमार लल्लू

कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने आलू किसानों से मुलाकात की

पश्चिमाञ्चल को बुंदेलखण्ड बनाने से रोके सरकार-अजय कुमार ‘ लल्लू ’
 
लखनऊ, 11 जनवरी. कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने 10 जनवरी को आलू किसानों से मिलकर  उनकी समस्याएं जानीं. उन्होंने फर्रूखाबाद जिले की नवीन मंडी सातनपुर में आयोजित आलू किसान व व्यापारी पंचायत में कहा कि शीतभण्डार गृहों से जिस तरह आलू सड़कों पर फेंका गया है वह सरकारी लापरवाही का घोर नतीजा है, जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड रहा है। सरकार आलू किसानों के मुआवजे के लिए तुरंत विषेष आर्थिक पैकेज की व्यवस्था कर किसानों को राहत प्रदान करे। इसलिए आलू उत्पादक किसानों को दया की जरूरत नहीं बल्कि अधिकार सौंपने की जरूरत है।
 
उन्होनें कहा कि कन्नौज जिले के उधरनपुर से फर्रूखाबाद प्रवेश करने पर छिबरामउ से सतानपुर के सड़कों पर आलू फेंका हुआ देखा जा सकता है। चौबीस घंटे विद्युत आपूर्ति का ढोंग रचने वाली सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में कम बिजली की आपूर्ति कर रही है और बिजली का मूल्य भी दोगुना कर दिया है। आलू किसानों की लडाई सड़क से सदन तक लडने का वादा करते हुए उन्होंने किसानों से अपने अधिकारों को पाने के लिए आंदोलन के लिए तैयार रहने की अपील की।
aaloo
चौकी मुहम्मदपुर में आयोजित किसान पंचायत में प्रगतिशील किसान नारद कश्यप ने बताया कि आलू उत्पादन का मूल्य भी किसानों को नहीं मिल रहा है। महेश मिश्रा ने बताया कि शीतभण्डार गुह मनमाने किराया वसूल कर रहे हैं। शिवम  सिंह ने बताया कि किसानों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया जा रहा है। जिलाध्यक्ष मृत्युंजय शर्मा ने कहा कि आलू का समर्थन मूल्य के साथ किसानों के मेहनत का मूल्य भी तय किया जाना चाहिए। कौशलेन्द्र  ने कहा कि आलू किसानों को न्यायसंगत मूल्य न मिलने के कारण शादी-ब्याह और सामाजिक आयोजन कम होने लगे हैं।
 
मंच का संचालन फर्रूखाबाद की कांग्रेस जिला कमेटी के अध्यक्ष मृत्युजंय शर्मा ने किया। बैठक को  कौशलेन्द्र सचिव कांग्रेस कमेटी उत्तरप्रदेश , राजेन्द्र नारायण मिश्रा, ओमप्रकाश बाथम, शुभम तिवारी, कौशलेन्द्र यादव, राकेश सागर प्रदेश उपाध्यक्ष अनुसूचित जाति मोर्चा, फाजिल, वसीलुर्रहमान, इरफान प्रधान आदि ने सम्बोधित किया। पंचायत में कई गावों के लगभग दो सौ आलू उत्पादक किसान तथा व्यापारी आढतिया व मजदूर शामिल हुए।

Related posts