गोरखपुर, 23 जनवरी। आम आदमी पार्टी के जिला प्रवक्ता सतीश शुक्ला ने कहा है कि मोदी सरकार देश के लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ कर रही है। आप के 20 विधायकों की सदस्यता रद्द करना इसका जीता जागता प्रमाण है। यह लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है।
उन्होंने एक विज्ञप्ति में कहा कि दिल्ली सरकार का जन लोकपाल बिल महामहिम के पास वर्षों से पड़ा हुआ है. वह उस पर हस्ताक्षर नहीं कर पाए और आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों के निलंबन की इतनी जल्दी थी कि रविवार के दिन ही जब की उस दिन छुट्टी होती है उस दिन ही हस्ताक्षर कर दिया।
उन्होंने कहा कि देश का चुनाव आयोग सत्ताधारी बीजेपी सरकार के लिए कार्य कर रहा है। मोदी सरकार लोकतंत्र के चार स्तम्भों को हिलाने का प्रयास कर रही है जिससे आम आदमी सकते में है। जिस प्रकार चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने विधायको को संसदीय सचिव नियुक्त किया था परन्तु उनको किसी प्रकार का लाभ सरकार के तरफ से नहीं दिया गया था जबकि कई अन्य राज्यों में इससे पहले विधयकों को संसदीय सचिव के पद पर नियुक्त हो चुके हैं. पूर्व में दिल्ली, झारखण्ड, पंजाब और हरियाणा में भी नियुक्ति इसी पद पर की गई थी। उन्होंने कहा कि मनमाने फैसलों से देश की अर्थ व्यवस्था डगमगा हुई है। 20 विधायकों को अपनी बात रखने का मौका तक न देना, सोचनीय है। आम आदमी पार्टी इस फैसले का पुरजोर विरोध करती है।