गोरखपुर, 19 जनवरी। महराजगंज जिले के मधवलिया गोसदन में गोवंशीय पशुओं की मौत पहले भी होती आयी है। दुर्व्यवस्था के कारण हर महीने गोवंशीय पशुओं की मौत होती रही है। पिछले 13 महीेने में 126 गोवंशीय पशुओं की मौत हुई थी।
मधवलिया गोसदन में जनवरी माह के एक पखवारे में 23 गोवंशीय पशुओं की मौत चर्चा में है। गोरखपुर न्यूज लाइन ने जब और गहराई से पड़ताल की तो चैंकाने वाली जानकारी सामने आई। पता चला कि नवम्बर 2016 से नवम्बर 2017 तक इस गोसदन में 126 गोवंशीय पशुओं की मौत हो चुकी है। दिसम्बर 2017 में 8 गोवशीय पशुओं की मौत हुई है। गोवंशीय पशुओं की मौतों मई, जून और जुलाई महीने में सर्वाधिक हैं जिससे पता चलता है कि ठंड मौत का कारण नहीं है बल्कि गोसदन की बदइंतजामी इसका कारण है।
मधवलिया गो सदन में गो वंशीय पशुओं की मौत का ब्यौरा
वर्ष | माह | मौतें |
2016 | नवम्बर | 06 |
2016 | दिसम्बर | 08 |
2017 | जनवरी | 08 |
2017 | फ़रवरी | 05 |
2017 | मार्च | 06 |
2017 | अप्रैल | 12 |
2017 | मई | 17 |
2017 | जून | 12 |
2017 | जुलाई | 16 |
2017 | अगस्त | 11 |
2017 | सितम्बर | 11 |
2017 | अक्टूबर | 10 |
2017 | नवम्बर | 04 |
2017 | दिसंबर | 08 |
2018 | जनवरी | 23 |
वर्ष 1197 में गोसदन के जीर्णाेद्वार के बाद नए सिरे से यहां प्रबंध समिति का गठन हुआ। डा. विमल पांडेय प्रबंधक बने जो 3 दिसम्बर 2017 तक इसका प्रबंधन देखते रहे। इसके बाद प्रबंधक के रूप में जितेन्द्र पाल सिंह ने कार्यभार संभाला।
पूर्व में भी गोवंशीय पशुओं की मौत गोसदन में होती रही है लेकिन इनकी संख्या के अलावा रिकार्ड में अन्य विवरण दर्ज नहीं है जिससे पता चल सके कि गोसदन के गायों या बछड़ों की मौत के आंकड़े हैं या बाहर से लाए गए छुट्टा गोवंशीय पशुओं के।