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चंद्रशेखर के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन

परिजनों को 20 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग

गोरखपुर,  20 फरवरी. चिलुआताल क्षेत्र निवासी चंद्रशेखर ( 22) के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए पूर्वांचल सेना ने आज नगर निगम पार्क में धरना-प्रदर्शन किया. धरना-प्रदर्शन में चंद्रशेखर की हत्या का पर्दाफाश करने, परिजनों को 20 लाख का मुआवजा देने की मांग की गई ।

चन्द्रशेखर की 29 फरवरी को हत्या कर दी गई थी.  इस प्रकरण में कोई कार्रवाई न होने पर पूर्वांचल सेना सेना कार्यकर्ताओ ने 16 फ़रवरी को वरिस्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र देकर अवगत कराया था, परन्तु इसके बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई . इसलिए आन्दोलन करना पद रहा है.

ग्रामीणों ने चिलुआताल  पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाया

धरना- प्रदर्शन में भाग लेने आये चिलुआताल के लोगों ने बताया कि चन्द्रशेखर अच्छा धावक था और  पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहा था. प्रतिदिन की भाति 29 जनवरी को वह दौड़ लगाकर वापस घर आ गया. उसके बाद 7 बजे उसके फोन पर कॉल आई. कॉल रिसीव करने के बाद वह कहीं चला गया. दो घंटे   बाद पता चला कि उसका शव गांव के किनारे पेड़ से लटका हुआ मिला था. शव के गर्दन में लपटी रस्सी पतली डाल से बंधी हुई थी. चंद्रशेखर का शव पर पूरी तरह से जमीन को छू रहा था और दोनों पैरों के बीच में एक फीट ऊंचा एक पत्थर भी रखा हुआ था,. प्रथम दृष्टया ही घटना हत्या की लग रही थी.

ग्रामीणों ने बताया की स्थानीय पुलिस चौकी के सिपाही द्वारा चंद्रशेखर के पास मिले मोबाईल पर आई कॉल को री डायल करने पर उधर से किसी महिला ने बात किया था। चंद्रशेखर के शव का पोस्टमार्टम उसी दिन हो गया. शाम को परिजनों को शव के साथ मोबाईल भी दे दिया गया परन्तु मोबाईल को फार्मेट कर दिया गया था ।

ग्रामीणों ने चिलुआताल पुलिस पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि स्थानीय पुलिस इस प्रकरण की बिना जाच किये आत्महत्या बताकर खानापूर्ति कर रही है जबकि शव की स्थिति से सहज प्रतीत हो रहा है कि हत्या कर के लाश को लटकाया गया है । ग्रामीणों का कहना था की जल्द खुलासा नहीं हुआ तो हम उग्र आन्दोलन करेंगे ।

चंद्रशेखर की हत्या आनर किलिंग है -धीरेन्द्र प्रताप 

पूर्वांचल सेना के अध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप ने कहा की योगी राज में हत्याए आम बात हो गई है. चंद्रशेखर की हत्या के दिन घटना स्थल से मात्र 3 किमी दुरी पर मुख्यमंत्री का कार्यक्रम चल रहा था , परन्तु अपराधियों का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है की दिन के उजाले में हत्या कर लाश को पेड़ से लटका दिया । उन्होंने कहा की इस घटना के जड़ में जातिवाद है .सवर्ण लड़की से प्रेम सम्बन्ध होने के नाते चंद्रशेखर की हत्या की हुई है । उन्होंने कहा की मोदी योगी राज आने के बाद जातीय हिंसा की बाढ़ सी आ गई है, हम इसे बर्दाश्त नही करेंगे । जातिवाद भारत का कोढ़ है और हम इसके खात्मे के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा की चंद्रशेखर के परिजनों को न्याय नहीं मिला तो हम उग्र आन्दोलन को बाध्य होंगे ।

 धरना-प्रदर्शन का नेतृत्व पूर्वांचल सेना के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र वाल्मीकि ने किया .धरना-प्रदर्शन में  अविनाश गुप्ता, सुनील यादव, संत कुमार सैथवार,  सोनू सिद्धार्थ , रामनरेश, राकेश भारती, बरमदेव, ओमप्रकाश, धर्मवीर भारती, विजय कुमार, दुर्गेश , रमेश, महेश प्रसाद, आनंद कुमार, चंद्रशेखर, रत्नेश, छोटेलाल, सूरज भारती, अरुण कुमार, जीतन, अमित कुमार, श्रीराम, हरिराम गुप्ता, ऋषि भान मोर्या, अजय कुमार, राहुल कुमार, वीरू कुमार, रामकरण, पूर्णप्रसाद, गोविंद, प्रदीप कुमार, सोमनाथ, अंकित, रविप्रताप, सत्यपाल यादव, सुनील यादव, संजय कुमार, मोहम्मद तैयब खान, मंजेश कुमार, प्रशांत कुमार, अरविंद कुमार, सागर, सुरेंद्र वाल्मीकि , प्रशांत कुमार, आनंद कुमार अदि मौजूद रहे ।

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