गोरखपुर, 19 मार्च। गोरखपुर शहर के पूर्वी छोर पर शहर कुसम्ही जंगल के बीच स्थित बुढ़िया माता मंदिर में प्रेमी जोड़ों को रुकने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। मंदिर के महंत ने बोर्ड लगा कर निर्देश जारी किया है कि प्रेमी जोड़े यहाँ न रुके, पूजा करें और चले जाएं।
मुख्यालय से लगभग 13 किमी के दूरी पर कुसम्ही जंगल के बीच स्थित है बुढ़िया माता का मंदिर हैं जहां प्रत्येक दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर पूजा-अर्चन करते हैं। जंगल के बीच बेहद ही शांत और सुरम्य स्थान होने के कारण बड़ी संख्या में प्रेमी जोड़े भी बुढ़िया माता मंदिर पहुंचते हैं और नवीन माता के मंदिर में दर्शन के पश्चात नाव से पोखरे को पार कर माता के प्राचीन मंदिर जाकर पूजा -अर्चना करते हैं। युवा यहां पर कुछ देर रुकते भी हैं।
युवाओं का यहाँ आना और एक साथ समय बिताना मंदिर के महंत और कुछ लोगों को पसंद नहीं आ रहा था। कुछ दिन पहले बुढ़िया माता मंदिर के महंत रामदेव पुजारी ने वहां एक बोर्ड लगवा दिया जिसपर लिखा है- ‘प्रेमी-प्रेमिकाओं का यहां रुकना सख्त मना है। पूजा करें और चले जाए, आज्ञा से महंत जी’।
इस बारे में मन्दिर के महंत ने बताया कि प्रेमी जोड़ों के कारण यहां परिवार के साथ आने वाले श्रद्धालुओं का आपत्ति होती थी जिसके बाद हमें यह बोर्ड लगाना पड़ा।