गोरखपुर, 3 जून. जनता दल यू के पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री अरुण श्रीवास्तव ने कहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में केन्द्र से भाजपा का सफाया हो जायेगा। उन्होंने कहा कि देश की जनता त्रस्त है जिन वायदों के साथ भाजपा सत्ता में आई थी उसके विपरीत काम कर रही है। महंगाई और साम्प्रदायिक दंगों से लोग त्रस्त हैं। देश का लोकतांत्रिक ढांचा चरमरा रहा है। किसान, बेरोजगार, व्यवसायी सभी इस सरकार से आजिज आ चुके हैं। रविवार को मीडिया से बातचीत में श्री श्रीवास्तव ने कहा कि विपक्षी पार्टियों का महागठबंधन आकार ले रहा है। वरिष्ठ नेता शरद यादव इसके सूत्रधार हैं। हमारी कोशिश हैं गैर भाजपा दल आपस के छोटे मोटे मतभेद भूलकर अगले चुनाव में भाजपा और संघ परिवार की मंशा को शिकस्त दें क्योंकि यदि ये दुबारा सत्ता में आये तो न तो संविधान बचेगा न राष्ट्र।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नीतिश कुमार ने बिहार ही नहीं देश की जनता की भावनाओं से विश्वासघात किया है। लोग उन्हें मोदी के विकल्प के तौर पर विपक्ष के राष्ट्रीय नेता के रूप में देख रहे थे। पर उन्होंने नोटबंदी का समर्थन करते हुए अपनी भूमिका पर प्रश्नचिह्न लगा लिया। यहीं नहीं जद यू के संगठन के साथ भी विश्वासघात किया। आनन फानन एनडीए के साथ जाने का फैसला कर लिया। दो दिन के भीतर दस बार के सांसद शरद यादव की राज्यसभा से सदस्यता समाप्त करने को उप राष्ट्रपति के पास पत्र भेज दिया। उधर राज्यसभा के सभापति और उप राष्ट्रपति वेकैया नायडू ने भी सारी परम्पराओं को कुचलते हुये उनकी राज्यसभा सदस्यता रद कर दी। हम लोग हाईकोर्ट गये। हाईकोर्ट ने फिलहाल स्टे दे दिया है। राज्यसभा की कार्यवाही में भाग तो नहीं ले सकेंगे लेकिन उनकी सारी सुविधायें बरकरार है। अभी यह मामला कोर्ट में चलेगा लेकिन नीतीश कुमार को शरद यादव से इतना खतरा हो गया है कि उन्होंने शरद यादव का बंगला खाली कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी डाल दी है।
यह पूछे जाने पर कि जद यू के बाहर किये गये लोग लोकसभा चुनाव में अपनी भागीदारी कैसे करेंगे। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक जनता दल का गठन हो चुका है। कोशिश है कि इसके जरिये जनआंदोलनों में जाया जाय और गैर भाजपा दलों के महागठबंधन को आकार दिया जाय। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि जद यू का नेतृत्व शरद यादव पुन: संभालेंगे। जब कोर्ट का फैसला पक्ष में आयेगा तो लोजद का विलय कर लिया जायेगा।