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देवरिया, सिद्धार्थनगर, मिर्जापुर, फतेहपुर सहित 8 स्थानों पर नये मेडिकल कालेज बनेंगे-सीएम

मुख्यमंत्री ने बीआरडी मेडिकल कालेज में 79 बेड के नये वार्ड, 6 माड्यूलर ओ0टी0 सहित  3735.04 लाख की 6 परियोजनाओं का लोकार्पण किया

गोरखपुर.  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज मेडिकल कालेज में 7459.11 लाख की परियोजनाओं का शिलान्यास/लोकार्पण किया. उन्होंने 3735.04 लाख की 6 परियोजनाओं का लोकार्पण एंव 3724.07 लाख की 5 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बस्ती, फैजाबाद, फिरोजाबाद, शाहजहांपुर और बहराइच में 5 नये मेडिकल कालेज बनाये जा रहे है तथा देवरिया, सिद्धार्थनगर, मिर्जापुर, फतेहपुर, एटा एंव हरदोई सहित 8 नये मेडिकल कालेज बनाने की  योजना है.

मुख्यमंत्री 79 बेड के नये वार्ड, 6 माड्यूलर ओ0टी0, वार्ड 11 (आई वार्ड) के उच्चीकरण कार्य, गैस्ट्रोएन्ट्रोलाजी विभाग के जीर्णोद्धार का कार्य, कार्डियोलाजी विभाग में 6 प्राइवेट वार्ड के जीर्णोद्धार का कार्य व 500 कि0वाट सोलर प्लान्ट की स्थापना के कार्यों का लोकार्पण किया. इसके साथ ही उन्होंने  लेबर काम्पलेक्स भवन का निर्माण, इलेक्ट्रिक सुरक्षा का कार्य, फायर हाइड्रेन्ट सिस्टम एंव फायर एलार्म सिस्टम का स्थापना कार्य, वार्ड नम्बर 1, 2, 4 ,8 तथा वार्ड नम्बर 1 से 10 तक के बाह्य दीवारों तथा ट्रामा सेन्टर के जीर्णोद्धार कार्य तथा 125 बेडयुक्त रैन बसेरा के निर्माण के कार्यों का शिलान्यास किया.

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इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बी.आर.डी. मेडिकल कालेज पूर्वी उ0प्र0 में स्वास्थ सुविधाओं को उपलब्ध कराने की दृष्टि से लाइफलाइन के रूप में कार्य करता है। बेहतर स्वास्थ सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सभी संबंधित को लगातार कार्य करना होगा। प्रदेश सरकार का यही प्रयास है कि सभी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिले। उन्होंने कहा कि एक समय बीआरडी मेडिकल कालेज की मान्यता पर संकट था परन्तु आज बीआरडी मेडिकल कालेज पूर्वी उ0प्र0 में बेहतर स्वास्थ सुविधाएं प्रदान कर रहा है। हम सभी का प्रयास है कि अगले सत्र में एम.बी.बी.एस की सीटों में बढ़ोतरी हो और यहां के छात्र छात्राओं को बेहतर सुविधा भी मिल सके।

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उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा 150 एडवान्स लाइफ सपोर्ट  (ए.एस.एल.) एम्बुलेंस उपलब्ध कराया गया है तथा प्रदेश सरकार द्वारा 108 सर्विस की 750 एम्बुलेंस और क्रय किये जा रहे है जिससे उनके रिस्पान्स टाइम में और कमी लाई जा सके और मरीजों को शीघ्रातिशीघ्र स्वास्थ सुविधाएं मिल सके.
उन्होंने कहा कि जेई/एईएस की बीमारी में उपचार से ज्यादा बचाव की भूमिका होती है. सभी चिकित्सक गांव-गांव जाकर चौपाल लगाकर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करें तो जेई/एईएस पर नियंत्रण पाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में बीआरडी मेडिकल कालेज को एम्स की प्रतिस्पर्धा में कार्य करना होगा. इसलिए बेहतर स्वास्थ सुविधाएं एंव बेहतर व्यवहार के आधार पर ही एम्स से प्रतिस्पर्धा की जा सकती है. उन्होंने कहा कि वर्षों के बाद बीआरडी मेडिकल कालेज में बुनियादी सुविधाओं के कार्य हो रहे है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आगामी एक माह के अन्दर ही मेडिकल कालेज में सी.आर.सी. (कामन रिहैवलिटेशन सेन्टर) तथा आर.वी.सी. (रीजनल वैरालोजी सेन्टर) का भी शिलान्यास किया जायेगा.

इस अवसर पर प्राविधिक शिक्षा एंव चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि प्रदेश के सभी मेडिकल कालेज को ई-हास्पिटल बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है.

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मुख्यमंत्री नव निर्मित 79 बेड वार्ड का निरीक्षण कर वहां के कार्यों को देखा। इस अवसर पर चिकित्सा एंव स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, सांसद कमलेश पासवान, प्रमुख सचिव चिकित्सा रजनीश दूबे सहित विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल, फतेह बहादुर सिंह, संत प्रसाद, संगीता यादव, विपिन सिंह, महेन्द्रपाल सिंह, विमलेश पासवान, महापौर सीताराम जायसवाल, मण्डलायुक्त अनिल कुमार, जिलाधिकारी के0 विजयेन्द्र पाण्डियन सहित विभिन्न जन प्रतिनिधि गण एंव मेडिकल प्राचार्य गणेश कुमार आदि उपस्थित रहे.

इंसेफलाइटिस  मरीज सीधे मेडिकल कालेज रेफर न किया जाए-सीएम 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीआरडी मेडिकल कालेज में इंसेफलाइटिस एवं दस्तक अभियान की  तैयारियो के सम्बंध में गोरखपुर एवं बस्ती मण्डल की समीक्षा बैठक भी की. उन्होंने कहा कि कहा है कि गंदगी इंसेफलाइटिस का प्रमुख कारक है, इसलिए स्वाच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाये. उन्होंने कहा कि सड़क के किनारे कूड़ा नही दिखना चाहिए. यदि नगर निगम, नगर पंयाचत तथा गांव में सड़क किनारे कूड़ा कचरा अथवा सफाई के आभाव में नाली जाम दिखाई दे तो क्रमशः नगर आयुक्त, अधिशासी अधिकारी तथा डीपीआरओ की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाये। इसके अतिरिक्त ईटीसी (इंसेफलाइटिस ट्रीटमेन्ट सेन्टर) निरन्तर क्रियाशील होने चाहिए और जेई के मरीज का नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर प्रापर ट्रीटमेन्ट हो.
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 मुख्यमंत्री ने कहा कि नगर निगम की सड़के 30 जून तक बनाने का समय निर्धारित था और सारे कार्य 6 माह पूर्व स्वीकृत हो गये थे किन्तु शतप्रतिशत कार्य पूर्ण न होने पर असंतोष प्रकट करते हुए कहा कि कार्य में तेजी लाई जाये। उन्होंने यह भी कहा कि इंसेफलाईटिस के प्रभावित क्षेत्रों का सर्वें कराकर रोग पर नियंत्रण की व्यवस्था की जाये और समय से मरीज को सुविधा देकर उसका इलाज कराया जाये. यदि प्रकरण मेडिकल कालेज रेफर करना आवश्यक हो तभी भेजा जाये किन्तु सीधे जेई के मरीज को मेडिकल कालेज का रेफर न किया जाये. निर्धारित समय के अन्तर्गत एम्बुलेस सेवाए उपलब्ध होनी चाहिए और अस्पताल में चिकित्सकों की उपस्थिति, दवाओ की उपलब्धता एवं साफ सफाई की बेहतर व्यवस्था होनी चाहिए.
बैठक में प्रदेश के चिकित्सा एंव स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, प्राविधिक शिक्षा एवं चिकित्सा शिक्ष मंत्री आसुतोष टंडन, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य प्रशान्त त्रिवेदी, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दूबे, मण्डलायुक्त गोरखपुर अनिल कुमार, बस्ती अलका टंडन, जिलाधिकारी गोरखपुर के. विजयेन्द्र पाण्डियन, देवरिया सुजीत कुमार, कुशीनगर डा0 अनिल कुमार सिंह, महराजगंज अमरनाथ उपाध्याय तथा जिलाधिकारी सिद्धार्थनगर, बस्ती, संतकबीरनगर, दोनों मण्डल के अपर निदेशक स्वास्थ्य  एंव सीएमओ उपस्थित रहे.

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