गोरखपुर. लेखपालों की हड़ताल 17 जुलाई को समाप्त हो गई. लेखपाल 3 जुलाई से हड़ताल पर थे. लेखपालों की मांग थी कि उनका प्रारंभिक ग्रेड पे 2800 किया जाए, एसीपी विसंगति दूर की जाय, विशेष वेतन भत्ता 1500, मोटरसाइकिल भत्ता 2000 और स्टेशनरी भत्ता 750 दिया जाए.
लेखपालों की यह भी मांग थी कि उन्हें ई- डिस्ट्रिक्ट, ई-गवर्नेंस, डिजिटल इंडिया के तहत काम करने के लिए लैपटॉप और स्मार्टफोन दिया जाए, प्रोन्नति के अवसर को बढ़ाया जाए और समय-समय पर डीपीसी की जाए. साथ ही वे काम के स्थान पर जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने की मांग कर रहे थे.
लेखपालों ने 3 जुलाई से हड़ताल शुरू की थी और वह रोज रानी लक्ष्मी बाई पार्क में धरना दे रहे थे. प्रदेश संगठन नेतृत्व की सरकार से बातचीत के बाद 17 जुलाई की शाम को हड़ताल समाप्त हो गई. इस तरह से 15 दिन बाद लेखपाल काम पर लौटे. लेखपाल संघ के जिला अध्यक्ष नीलकंठ दुबे ने बताया कि प्रदेश संगठन के निर्देश के बाद मंगलवार की शाम को हड़ताल वापस लेने का निर्णय लिया गया है. शासन ने उनकी मांगों पर जल्द ही सकारात्मक फैसला देने का आश्वासन दिया है.
लेखपालों की हड़ताल से आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र बनाने का काम पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ था. जिला प्रशासन ने हड़ताल समाप्त ना करने पर लेखपाल संघ के पदाधिकारियों समेत 18 लेखपालों को सस्पेंड कर दिया था और 469 प्रशिक्षु लेखपालों को बर्खास्त करने की नोटिस दी थी. उसके बाद भी लेखपालों ने अपने हड़ताल जारी रखी थी