पर्यावरणसमाचार

रामगढ़ ताल को प्रदूषण मुक्त करने में आठ वर्षों में खर्च हो गए 177.77 करोड़ मगर सूरत नहीं बदली

गोरखपुर। रामगढ़ ताल को प्रदूषण मुक्त कराने और उसके संरक्षण पर आठ वर्षों में 177.77 करोड़ रूपए खर्च हो चुके हैं। इस योजना के लिए केन्द्र और राज्य सरकार ने मिलकर 192.54 करोड़ रूपया अवमुक्त किया है।
यह जानकारी कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू द्वारा विधानसभा मेें पूछे गए अतारांकित सवाल के जवाब में राज्य सरकार ने दी है। उनके सवाल के जवाब में प्रदेश सरकार ने कहा कि एक अप्रैल 2010 को केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय ने रामगढ़ ताल को बचाने, प्रदूषण मुक्त करने के लिए राष्ट्रीय झील संरक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत ‘ रामगढ़ ताल प्रदूषण नियंत्रण एवं संरक्षण योजना शुरू की थी। योजना हेतु 196.57 करोड़ रूपए की वित्तीय स्वीकृति दी गई थी। इसमें केन्द्र को 87.02 करोड़ और राज्य सरकार को 109.55 करोड़ रूपए देना था। आठ वर्ष में राज्य सरकार द्वारा 108.34 और केन्द्र द्वारा 84.20 करोड़ यानि 192.54 रूपया अवमुक्त किया जा चुका है। इसमें से 177.77 करोड़ रूपया खर्च किया जा चुका है।
आठ वर्षों में 177 करोड़ से ज्यादा खर्च हो जाने के बावजूद रामगढ़ ताल की सूरत में ज्यादा बदलाव न आना हैरान करता है। अभी भी तमाम नालों का गंदा पानी सीधे रामगढ़ ताल में सीधा गिर रहा है। कूड़ाघाट की तरह ताल में अभी भी जलकुम्भी नजर आती है।

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