बहराइच. भारत-नेपाल सीमा के रास्ते हो रही मानव तस्करी के विरुद्ध कार्यरत तंत्र को और सशक्त बनाने के उद्देश्य से दोनों ही देशों के स्वैच्छिक संगठनों, सरकार, पुलिस, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, संयुक्त राष्ट्र संघ के अधिकारियों व स्थानीय स्वशासन की इकाईयों के प्रतिनिधियों की एक कार्यशाला का आयोजन सामाजिक संस्था ‘ देहात ’ द्वारा कैरीटास इंडिया के साथ मिलकर पीजीएसएस गोरखपुर व प्रभाततारा लखनऊ के सहयोग से लेजर रिसार्ट, बहराइच उ०प्र० में किया गया.
कार्यक्रम का उद्घाटन बहराइच के पुलिस अधीक्षक सभाराज ने किया. कार्यक्रम में मानव तस्करी से जुड़े मुद्दों, जमीनी स्तर पर हो रहे प्रयासों, पैरवी के मुद्दों व इसकी प्रभावी रोकथाम के लिए अलग अलग हितग्राहियों की भूमिकाओं पर विशेष रुप से चर्चा हुई और एक्शन प्लान बना.
एक्शन प्लान के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए भारत व नेपाल दोनों देशों के प्रतिनिधियों का एक कोर ग्रुप बनाया गया जो प्रत्येक तिमाही इसकी समीक्षा कर रणनीति नियोजन करेगा.
कार्यक्रम में नेपाल राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के टांका खनाल , यूनीसेफ नेपाल के रामप्रसाद गौतम जी, इंडो-नेपाल चाइल्ड प्रोटेक्शन फोरम व स्वतंत्रता अभियान नेपाल के डा० मिलन धरेल , विनराक इंटरनेशनल से श्रीमती कमला पंत , माईती नेपाल के केशव कोईराला ,
फातिमा फाउंडेशन, रुसुफ नेपाल, टिनी हैंड्स, शक्ति समूह आदि संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया.
भारत की ओर से कैरीटास इंडिया की सुश्री लीजा, अनिमेष, सेव द चिल्ड्रन लखनऊ से अंजलि, आली से शुभांगी, पंचशील डेवलपमेंट ट्रस्ट से ध्रुव कुमार, पिरामल फाउंडेशन, बचपन बचाओ आंदोलन के साथ साथ बाल कल्याण समिति मैजिस्ट्रेट, उत्तर प्रदेश पुलिस की मानव तस्करी रोधी इकाई के प्रभारी निरीक्षक, जिला प्रोबेशन अधिकारी बहराइच व महराज गंज, सशस्त्र सीमा बल के डिप्टी कमांडेंट श्री जयप्रकाश , सहायक कमांडेंट वीरेन्द्र कुमार, महाराजगंज जिले के ग्राम प्रधान वीरेंद्र राव, देहात संस्था की गोकुलपुर की बाल संसद प्रधानमंत्री कल्पना यादव, आग लीडर फूल जहां, ए०एन०आई० के वरिष्ठ पत्रकार अजीम मिर्जा ने अपने विचार रखे.