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शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज के खिलाफ पूर्वांचल सेना ने प्रदर्शन किया

गोरखपुर. लखनऊ में 3 नवम्बर को शिक्षक अभ्यर्थियों पर हुए बर्बर लाठीचार्ज के विरोध में पूर्वांचल सेना ने आज उत्तर प्रदेश सरकार और उत्तर प्रदेश पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.

अंबेडकर चौक पर दोपहर 12 बजे से जुटे पूर्वांचल सेना के प्रदर्शनकारियों ने, रोजगार देने में विफल योगी सरकार और पुलिस के द्वारा शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ पेशेवर गुंडों/अपराधियों की तरह व्यहार करते हुए लाठियों से पीटने के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर अपना आक्रोश दिखाया. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि प्रदेश में लगातार हो रहे शिक्षकों, मजदूरों , सफाई कर्मियों, विद्यार्थियों, किसानों आदि के द्वारा विरोध प्रदर्शनों से स्पष्ट है कि सरकार की योजनाएं, शासन व्यवस्था जनता को राहत पहुंचाने में विफल है और इसके परिणाम स्वरुप जनता द्वारा उठाये जा रहे आवाजो, विरोध प्रदर्शनों को बर्बरता से कुचलने का मकसद सरकार की कमियों को छुपाने का प्रयास है.

विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहा है पूर्वांचल सेना के अध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि सरकारें युवाओं को रोजगार देने में विफल हैं , नोटबंदी से भारी संख्या में रोजगार समाप्ति और लघु उद्योगों के टूटने के कारण देश में बेरोजगारी का भयंकर संकट बढ़ा है. दूसरी ओर सरकारी संस्थाओं को खोखला कर उनके निजीकरण कों बढावा देने की नियति के नाते सरकारी भर्तियों पर पूरी तरह से रोक लगा कर या उन्हें फंसा कर बेरोजगार युवाओं को प्राइवेट कंपनियों, प्राइवेट स्कूलों , संस्थानों के द्वारा शोषण करवाने की व्यवस्था बनाई गई है.  उन्होंने कहा कि बिना सरकार के इशारे के किसी राज्य की पुलिस निर्दोष शिक्षकों पर इतनी बर्बरता से लाठिया नहीं बरसा सकती है.

इस अवसर पर राधेश्याम सेहरा, सुरेंद्र वाल्मीकि, प्रशांत कुमार, अमित कुमार, सनी निषाद, आलोक वर्मा , कमलेश कुमार, सूरज कुमार, सुधीराम रावत , सत्येंद्र प्रताप, मनीष सिंह, राजकुमार, नीरज अंबेडकर, योगेंद्र प्रताप राधेश्याम निषाद आदि उपस्थित रहे.

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