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सपा-बसपा गठबंधन से गोरखपुर-बस्ती मंडल की नौ सीटों पर भाजपा-कांग्रेस में बेचैनी

गोरखपुर। वर्ष 2017 में गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव के दौरान सपा-बसपा में एकजुटता की बुनियाद पड़ी थी जिस पर सपा-बसपा ने गठबंधन की चुनावी इमारत तैयार की है। करीब 24 साल बाद सपा व बसपा साथ-साथ हैं, लिहाजा भाजपा व कांग्रेस में बेचैनी लाजमी है। हो भी क्यों न, इसी एकता के कारन गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का किला धराशायी हो गया था.

सपा-बसपा का गठबंधन गोरखपुर-बस्ती मंडल की नौ लोकसभा सीट गोरखपुर, बांसगांव (सुरक्षित), महराजगंज, देवरिया, कुशीनगर, सलेमपुर, डुमरियागंज, बस्ती, संतकबीरनगर पर जबरदस्त प्रभाव डालेगा। पिछले लोकसभा चुनाव में बसपा सलेमपुर, डुमरियागंज, संतकबीरनगर, महराजगंज, देवरिया व बांसगांव में दूसरे नम्बर पर रही थी वहीं गोरखपुर व बस्ती में सपा व कुशीनगर में कांग्रेस दूसरे नम्बर पर थी।

सपा-बसपा को निषाद व पीस पार्टी जैसे छोटे दलों का भी सहयोग है। जातिगत आंकड़े भी सपा-बसपा के साथ हैं। जिसका बेहतरीन उदाहरण गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में देखने को मिला था।

वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सभी नौ सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को केवल गोरखपुर व बांसगांव (सु), बसपा को बस्ती, संतकबीरनगर, सलेमपुर, देवरिया, कांग्रेस को डुमरियागंज, महराजगंज व कुशीनगर में जीत हासिल हुई थी। वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में महराजगंज, गोरखपुर में भाजपा, सलेमपुर व देवरिया में सपा, डुमरियागंज, बस्ती व खलीलाबाद में बसपा व बांसगांव (सु) में कांग्रेस ने जीत हासिल की।

कुल मिलाकर बसपा की नौ सीटों पर हमेशा अच्छी पकड़ रही है। अब तो सपा का साथ भी है। पीस पार्टी ने भी सपा-बसपा का साथ देने की बात कही है.  सपा के लिए गोरखपुर लोकसभा सीट पर मजबूत दावेदारी है। निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉ संजय कुमार निषाद के पुत्र प्रवीण कुमार निषाद को दोबारा सपा से टिकट मिलने की पूरी संभावना है।

पिछले चुनाव में दो मुस्लिम प्रत्याशी दो सीट से दूसरा स्थान प्राप्त करने में कामयाब हुए थे। देवरिया से बसपा के नियाज अहमद व डुमरियागंज से बसपा के मो. मुकीम चुनाव लड़े थे। इस बार डुमरियागंज से बसपा की ओर से आफताब आलम गुड्डू को टिकट दिए जाने के कयास लग रहे हैं।

वर्ष 2014 लोकसभा की स्थिति (भाजपा नौ सीट पर जीती)

1. डुमरियागंज – जगदम्बिका पाल (भाजपा) – जीते, मो मुकीम (बसपा) – दूसरा स्थान (हार-जीत का मार्जिन – 103588)

2. बस्ती – हरीश चंद्र उर्फ हरीश द्विवेदी (भाजपा) – जीते, बृज किशोर सिंह डिम्पल (सपा) – दूसरा स्थान (हार-जीत का मार्जिन – 33562)

3. संतकबीरनगर – शरद त्रिपाठी (भाजपा) – भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी (बसपा) – दूसरा स्थान (हार-जीत का मार्जिन – 97978)

4. महराजगंज – पंकज चौधरी (भाजपा) – जीते, काशीनाथ शुक्ला (बसपा) – दूसरा स्थान (हार-जीत का मार्जिन – 240458)

5. गोरखपुर – योगी आदित्यनाथ (भाजपा) – जीते, राजमति निषाद (सपा) – दूसरा स्थान (हार-जीत का मार्जिन – 312783) वर्ष 2018 के गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव में सपा के प्रवीण कुमार निषाद ने भाजपा के उपेंद्र दत्त शुक्ला को हराया।

6. कुशीनगर – राजेश पांडेय उर्फ गुड्डू (भाजपा) – जीते, कुंवर रतनजीत प्रताप नारायण सिंह (कांग्रेस) – दूसरा स्थान (हार-जीत का मार्जिन – 85540)

7. देवरिया- कलराज मिश्र (भाजपा) – जीते, नियाज अहमद (बसपा) – दूसरा स्थान (हार-जीत का मार्जिन – 265386)

8. बांसगांव (सुरक्षित) – कमलेश पासवान (भाजपा) – जीते, सदल प्रसाद (बसपा) – दूसरा स्थान (हार-जीत का मार्जिन – करीब 189516)

9. सलेमपुर – रविंद्र कुशवाहा (भाजपा) – जीते, रविशंकर सिंह पप्पू (बसपा) – दूसरा स्थान (हार-जीत का मार्जिन – 232342)

वर्ष 2009 लोकसभा में स्थिति

1. बसपा ने जीती सलेमपुर, बस्ती, संतकबीरनगर और देवरिया सीट
2. भाजपा ने जीती गोरखपुर व बांसगांव (सु) सीट
3. कांग्रेस ने जीती महराजगंज, कुशीनगर व डुमरियागंज सीट

वर्ष 2004 लोकसभा में स्थिति
कांग्रेस ने बांसगांव (सु), सपा ने सलेमपुर, देवरिया, बसपा ने डुमरियागंज, बस्ती, खलीलाबाद और भाजपा ने महराजगंज और गोरखपुर लोकसभा सीट जीती।

उप्र की लोकसभा सीटों पर पोजिशन
2014 – भाजपा 71, कांग्रेस 2, सपा 5 व अपना दल 2

2009 – भाजपा -10, बसपा – 20, कांग्रेस – 22, सपा – 22
अन्य दल – 6

2004 – भाजपा – 10, बसपा -19, कांग्रेस – 9, सपा – 35 अन्य दल – 3

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