गोरखपुर। प्रधानमंत्री को किसान विरोधी बताते हुए उनकी रैली में विरोध प्रदर्शन करते जाते समय आमी बचाओ मंच के अध्यक्ष विश्वविजय सिंह और उनके 10 सहयोगियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। सभी लोगों को पौने तीन बजे तक कैंट थाने में रखा गया और फिर छोड़ दिया गया.
आमी बचाओ मंच के अध्यक्ष विश्वविजय सिंह ने रैली के एक दिन पहले 23 फरवरी को विभिन्न संगठनों के साथ गोलघर में चेतना तिराहे से सरदार पटेल की प्रतिमा तक मशाल जुलूस भी निकाला था। उनका कहना था कि पूर्वांचल के पानी और किसानी के सवाल पर मोदी-योगी सरकार बुरी तरह फेल साबित हुई है। पूर्वांचल की 17 चीनी मिले बंद हैं, गन्ना किसानों का करोड़ों रूपए बकाया है। औद्योगिक व नगरीय प्रदूषण से आमी सहित कई नदियां अपने अस्तित्व से जूझ रही हैं। इसका सबसे ज्यादा असर किसानों पर पड़ रहा है लेकिन मोदी-योगी सरकार केवल जुमला बोल रही है।
इन्ही मुद्दों को लेकर श्री सिंह अपने सहयोगियों के साथ काला झंडा लेकर प्रधानमंत्री की रैली में विरोध प्रदर्शन करने जा रहे थे। मोहद्दीपुर ओवरब्रिज के पास कैंट पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। वहां से उन्हें कैंट थाने में ले जाया गया जहाँ बाद में छोड़ दिया गया. श्री सिंह के साथ महेंद्र मोहन तिवारी उर्फ़ गुड्डू, बादल चतुर्वेदी, ई अभिजीत पाठक, सौरभ श्रीवास्तव, राजीव विश्वकर्मा, मिथलेश विश्वकर्मा, विनोद सिंह अतुल मिश्र, राम आशीष निषाद, उस्मान, अविनाश कुशवाहा, अखिलेश कुमार, अभिषेक कनौजिया को हिरासत में लिए गया था.