गोरखपुर। जंगल छत्रधारी गांव के मिश्रौलिया टोला निवासी दलित शिव प्रसाद की हत्या करने वाले प्रधान प्रतिनिधि छोटे लाल निषाद की एक माह बाद भी गिरफ्तारी नहीं होने पर ग्रामीण संघर्ष मोर्चा ने कल प्रदर्शन कर एसएसपी कार्यालय का घेराव किया.सैकड़ों ग्रामीणों के उग्र प्रदर्शन से दबाव में ए पुलिस अधिकारीयों ने २४ घंटे में मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी का वादा किया.
ग्रामीण संघर्ष मोर्चा की अगुवाई में भाकपा माले के कार्यकर्ता व सैकड़ों ग्रामीणों ने प्रदर्शन की शुरुआत पुलिस लाइंस से जुलूस निकाल कर की. जुलूस काली मंदिर, गोलघर होते हुए एसएसपी आफिस पहुंचा. जुलूस में शामिल लोग ‘ हत्यारों को गिरफ़्तार करो ‘, ‘ हत्यारों को पुलिस सरक्षण देना बंद करो ‘, ‘ जिला प्रशासन मुर्दाबाद ‘ का नारे लगा रहे थे. वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक कार्यालय पहुँच लोगों ने नारेबाजी करते हुए पुलिस अधीक्षक कार्यालय को घेर लिया. जनता के दबाव में पुलिस प्अधिकारीयों को आफिस से बहार निकल कर आना पड़ा. पुलिस अधिकारीयों ने वादा किया की 24 घँटे के अंदर मुख्य हत्या अभियुक्त छोटे लाल निषाद को गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
धरने को सम्बोधित करते हुए, इंकलाबी नौजवान सभा के राज्य सचिव राकेश सिंह ने कहा कि जब से देश मे भाजपा की सरकार आई है, प्रदेश व देश के अपराधी बेलगाम हो गये है. दलितों पर लगातार हमला हो रहा है.उनकी बर्बरता से हत्या की जा रही है. इसका ताज़ा उदहारण है, दलित शिव प्रसाद व सन्त कुमार की हत्या. हत्यारों को गिरफ़्तार करने के बजाए भाजपा सरकार ऐसे आपराधियों को सरक्षण प्रदान कर रही है.
शिव प्रसाद जी के पुत्र प्रमोद कुमार ने कहा मेरे पिता की हत्त्या पीट-पीट कर की गई. प्रशासन अभियुक्त को गिरफ्तार करने बजाय उसे ताकत प्रदान कर रहा है. इस कारण मुख्य अभियुक्त द्वारा मुझे रोज जान से मारने की धमकी मिल रही है. आज हम अपने आंदोलन के माध्यम से यह कहने आये है यदि मुख्य हत्या अभियुक्त को गिरफ़्तार नही किया तो हम लोग और तीव्र आंदोलन को बाध्य होंगे.
युवा नेता सुजीत सोनू ने कहा जब से यह सरकार आई है, पूरे देश में दलितों, महिलाओं, छात्रों, नौजवानों, अल्पसंख्यको पर निरन्तर हमले जारी है. मुख्यमंत्री के जिले में रोज़ गरीब, कमज़ोर मारे जा रहे है। मिश्रौलिया में दलित की हत्या के एक माह बाद भी अभियुक्त की गिरफ्तारी नहीं हुई है. दो दिन पहले बेलीपार में सन्त निषाद की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई. इस सरकार में कानून व्यवस्था एकदम ध्वस्त हो चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि एक मंत्री के दबाव में दलित शिव प्रसाद के मुख्य हत्या अभियुक्त छोटे लाल निषाद को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है.
प्रदर्शन में श्याम चरन, हरिद्वार प्रसाद, इंद्रावती देवी, अनिता, गोदावरी, गूँजा, कौशल्या, माया, मराठी देवी, मीरा, ईश्वर गुप्ता, सुरेंद्र कुमार, आजाद कुमार, सिकन्दर कुमार, अखिलेश कुमार, नवीन कुमार, प्रेमचंद, शिव कुमार, गोपाल, योगेंद्र, इंद्रजीत, राजेश, रवि प्रकाश, सिमा, राज मंगल, अर्जुन, सोनू आदि शामिल रहे.