महराजगंज. सरकारी आंकड़ों के अनुसार इंसेफेलाइटिस से महराजगंज जिले में वर्ष 2018 में 26 लोगों की मौत हुई. स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि स्वच्छता एवं दस्तक अभियान से दिमागी बुखार के मरीजों एवं उससे होने वाली मौतों का ग्राफ काफी गिरा है। वर्ष 2017 की तुलना में इंसेफेलाइटिस से मौतों की संख्या आधे से भी कम है.
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि वर्ष 2014 में जेई/एईस के 399 केस आए जिसमें 85 मृत्यु, वर्ष 2015 में 334 मरीजों में 56 की मृत्यु, वर्ष 2016 में 390 मरीजों में से 70 की मृत्यु, वर्ष 2017 में 437 मरीजों में से 68 की मृत्यु हुई जबकि वर्ष 2018 में 250 मरीज भर्ती हुए जिसमें से मात्र 26 मरीजों की मौत हुई।
उन्होंने बताया कि बीते साल जेई एईएस पर प्रभावी नियंत्रण के लिए शासन स्तर से दस्तक तथा स्वच्छता अभियान चलाया गया। लोगों को स्वच्छ पेयजल का सेवन करने, गंदगी से दूर रहने तथा शौचालय का प्रयोग करने की नसीहत दी गई । जिसका नतीजा रहा कि जेई/एईस का ग्राफ गिरा।