योजना से छूटे साढ़े सात हजार परिवार को भी मिलेगा आयुष्मान का लाभ, सर्वे के बाद नई सूची भारत सरकार के सॉफ्टवेयर पर अपलोड की जा रही है
देवरिया. जनपद में आयुष्मान भारत योजना का लाभ अब उन साढ़े सात हजार परिवारों को भी मिल सकेगा जो पिछले सर्वे के दौरान छूट गये थे.
सीएमओ धीरेन्द्र कुमार का कहना है कि वंचित लोगों का नाम पात्रता के आधार पर योजना में शामिल हुआ है. सूची भारत सरकार के सॉफ्टवेयर पर उपलोड कराया जा रहा है. जिला प्रोग्राम कोआर्डिनेटर डॉ तूलिका ने बताया कि 1.03 लाख लाभार्थियों में 40 हजार 230 का गोल्डन कार्ड बन चुका है. आयुष्मान योजना में अब तक जिले के 509 मरीजों का इलाज मिला है.
जानकारी के मुताबिक वर्ष 2011 में हुए सामाजिक, आर्थिक और जाति आधारित जनगणना में हजारों परिवार छूट गए थे. इन परिवारों को प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना में शामिल नहीं किया जा सका. अफसरों और जनप्रतिनिधियों तक इसकी शिकायत पहुंची तो राज्य सरकार ने दोबारा सर्वे कराया. स्थानीय सी.एच.सी. के तहत पात्रों का नाम फीड कराया गया. जांच के दौरान पात्रता के आधार पर साढ़े सात हजार छूटे परिवार का नाम शामिल किया गया.
प्रमुख सचिव ने आदेश जारी कर प्रदेश के वंचित लोगों को योजना में शामिल करते हुए लाभान्वित करने का आदेश जारी किया है. राज्य सरकार की ओर से योजना में शामिल हुए पत्रों का क्यूआर कोड अंकित पात्र पर भेजा जायेगा. आशा कार्यकर्ता पत्र को पत्रों तक पहुचाएंगी। इसके बदले आशाओं को प्रति पात्र 2 रुपये मिलेंगे.