देवरिया। आशाओं को अब स्वास्थ्य सेवाओं के साथ ही महिलाओं को हिंसा के प्रति जागरूक करने की जिम्मेदारी भी दी गई है। आशा ग्राम पंचायत स्तर पर महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा के प्रति जागरूक करेंगी। साथ ही महिला हिंसा से सम्बंधित क़ानूनी प्रावधानों पर धाराओं की जानकारी भी प्रदान करेंगी।
जिला कम्युनिटी प्रबंधक डॉ राजेश गुप्ता ने बताया कि जनपद में महिला हिंसा के खिलाफ आशाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अबतक चार चरण में 398 आशाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि जिले के सभी ब्लाकों में आशाओं को महिला हिंसा क़ानूनी प्रावधानों के प्रति जागरूक कर गांव की महिलाओं को प्रेरित करने का कार्य किया जायेगा। समाज में महिलाओं को पुरुष की अपेक्षा कम माना। महिलाओं के जीवन के हर पक्ष पर पुरुष का नियंत्रण होता है। परिणाम स्वरूप महिलाओं की संसाधनों तक पहुँच काम होती है और परिवार में पुरुषों के मुकाबले उनकी आवाज काम या न के बराबर होती है। इसके चलते महिलाओं पर प्रभुत्व पुरुषों का होता है उनके साथ भेदभाव किया जाता है।
इस व्यवस्था का पीढ़ी दर पीढ़ी सामाजिक कायदों और सांस्कृति मूल्यों के नाम शोषण होता है। इसमें महिलाओं का पूर्ण विकास नहीं हो पाता है। पर अब महिलाओ को उनका हक़ दिलाने के लिए आशा बहुऍं उन्हें जागरूक करेंगी।