देवरिया। जिलाधिकारी अमित किशोर की पहल पर मार्च माह में शुरू की गई मेडिकल मोबाइल यूनिट (एमएमयू) सेवा ग्रामीण को खूब भा रही है। अस्पताल की पहुंच से दूर रहने वाली आबादी को बेहतर चिकित्सीय सेवा देने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत इसका संचालन किया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) इन गांवों में पहुंचकर निशुल्क उपचार कर रही है। ग्रामीणों को चिकित्सीय सलाह व जांच के साथ मुफ्त दवा भी मिल रही है।
सीएमओ डॉ धीरेन्द्र कुमार ने बताया कि एमएमयू को ग्रामीण क्षेत्रों में इलाज पहुंचाने के लिए लांच किया गया है । एक ग्रामीण क्षेत्र में यह यूनिट प्रत्येक 15 दिन बाद पहुंचती है। जिले के पथरदेवा ब्लाक में इसे 15 मार्च को तैनात किया गया। पथरदेवा ब्लाक में 31 मार्च तक 690 मरीजों को इस मोबाइल यूनिट से इलाज मुहैया कराया जा चुका है। इस समय मोबाइल मेडिकल यूनिट की तैनाती रामपुरकारख़ान ब्लाक में है।
डीसीपीएम डॉ राजेश गुप्ता ने बताया कि एमएमयू को कहां जाना है ये जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी तय करते हैं। सार्वजनिक अवकाश पर भी यह यूनिट लोगों के इलाज के लिए उपलब्ध होती है। ऐसे ग्रामीण इलाके जो प्राथमिक व सामुदायिक स्वाथ्य केंद्र से दूर हैं, उन जगह का चयन मरीजों तक उपचार पहुंचाने के लिए किया जाता है। मरीज का पंजीकरण करके डॉक्टर, लैब टेकनीशियन, नर्स उसे इलाज मुहैया कराती हैं। जांच के साथ ही संक्रामक रोगों की स्क्रीनिंग, ईसीजी व खून की शुरुआती जांचों की सुविधा भी इसमें दी जाती है। इसमें 116 तरह की दवाएं उपलब्ध हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि इसकी मॉनिटरिंग जीपीएस सिस्टम द्वारा सेंट्रलाइज्ड कंट्रोल रूम लखनऊ से की जाती है। इसमें ऑनलाइन पंजीकरण होता है। लोंगो को इसका लाभ अधिक से अधिक मिले इसके लिए प्रचार-प्रसार भी कराया जा रहा है।