देवरिया , राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जनपद के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र की एएनएम को हाईटेक करने के लिए टैबलेट से लैस किया जायेगा. इससे वे शासन में बैठे अधिकारियों के साथ अपडेट रहेंगी.योजना के तहत अबतक जनपद के 315 एएनएम को टैबलेट दिया गया है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एएनएम को टैबलेट से लैस करेगा
रजिस्टर और कागजी कार्यवाही से मिलेगी मुक्ति
सीएमओ डॉ धीरेन्द्र कुमार ने बताया कि योजना के तहत प्रति उपकेंद्र एक टैबलेट दिया गया है रजिस्टर में एंट्री की बजाय अब पूरा डेटा इन टैब में डाला जाएगा. इसकी मॉनिटरिग जिला स्तर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जाएगी. मातृ और शिशु स्वास्थ्य सेवाओं की मॉनिटरिग के साथ ही उन्हें और अच्छा बनाने के लिए जिले की एएनएम को अपडेट किया जा रहा है. इस पर वह एप के माध्यम से गर्भवती और शिशुओं से संबंधित ब्योरा आरसीएच (री-प्रोडक्टिव और चाइल्ड हेल्थ) पोर्टल पर भेज सकेंगी. सरकार महिलाओं और शिशुओं के स्वास्थ्य के लिए गंभीर हैं. गर्भवती महिलाओं के साथ ही नवजात का ख्याल रखने वाली एएनएम की सक्रियता बढ़ाने के लिए उन्हें हाईटेक किया जा रहा है.
डीसीपीएम डॉ राजेश गुप्ता ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले की सभी एएनएम को प्रशिक्षित किया जाना है. एएनएम को टैब को कैसे ऑपरेट करेंगी? इसको ऑपरेट करने के लिए क्या-क्या सावधानियां बरतनी होगी. उन्होंने कहा कि एएनएम टीकाकरण और संस्थागत प्रसव की जिम्मेदारी वहन कर रही हैं. गर्भवती और नवजात के सर्वे के आंकड़ों को ये लोग स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर ही रजिस्टर में दर्ज कर पाती हैं. ऐसे में जिले तक डाटा पहुंचने में काफी समय लग जाता है और उनके कार्यकलापों की भी जानकारी नहीं हो पाती है. सरकार ने कार्यो में तेजी लाने और व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए सभी एएनएम को टेबलेट वितरित करने की योजना बनाई है, जिसमें वे पूरा डाटा मौके से आसानी से फीड कर सकेंगी.