महराजगंज। जिला अस्पताल में स्थित बीमार नवजात शिशु ईकाई (एसएनसीयू) नवजात शिशुओं के इलाज में कारगर भूमिका निभा रहा है. पिछले एक वर्ष में यहाँ पर ढाई हजार शिशु स्वस्थ होकर अपने घर लौटे.
जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर आरबी राम ने बताया कि अप्रैल 2018 से लेकर मार्च 2019 के बीच नवजात शिशु केन्द्र में कुल 3213 नवजात भर्ती किए गए। इसमें से 2437 नवजात शिशुओं की जान बेहतर उपचार देकर बचा ली गई, वहीं पर गंभीर स्थिति देखकर 334 नवजातों को बेहतर इलाज के लिए उच्चीकृत स्वास्थ्य केन्द्र के लिए रेफर किया गया.
ग्राम आग्या निवासी मंगला पत्नी श्यामबचन व ग्राम पकड़ी खुर्द निवासी सरोज पत्नी अखिलेश ने बताया कि केएमसी में बच्चों को दूध पिलाने से लेकर उचित देखभाल व टीकाकरण के बारे में विस्तार से बताया जाता है.
सीएमएस डाक्टर आरबी राम से बताया कि अस्पताल में जैसे जैसे मरीज बढे वैसे वैसे बेड भी बढ़ता गया। सितम्बर 2018 में 8 बेड से शुरू हुआ एसएनसीयू में इस समय 20 बेड व दो वेंटिलेटर उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल में पैदा होने वाले शत प्रतिशत नवजातों को जन्म के एक घंटे के अंदर स्तनपान कराया जा रहा है, ताकि बच्चों की मुस्कान बनी रहे। साथ ही माताओं को प्रेरित किया जा रहा है कि वे अपने नवजातों को कम से कम छह माह तक सिर्फ स्तनपान कराएं। मां का दूध शिशुओं के लिए अमृत समान है। डॉ राम ने बताया कि जिला अस्पताल में स्थित कंगारू मदर केयर सेंटर को और प्रभावी बनाया जा रहा है। अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं ,तथा बेहतर सेवाएँ प्रदान की जा रही है ।
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