गोरखपुर। सोनभद्र आदिवासी नरसंहार के विरोध में भाकपा माले द्वारा आहूत प्रदेश व्यापी कार्यक्रम के तहत जनपद में पार्टी कार्यकर्ता बिस्मिल भवन सिविल लाइन पार्टी कार्यालय पर दस बजे एकत्रित होकर, पैदल नारा लगाते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचे और मुख्यमंत्री को संबोधित पांच सूत्रीय मांग पत्र जिलाधिकारी को सौंपा।
ज्ञापन सौंपने के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाकपा माले के जिला सचिव राजेश साहनी ने कहा कि जिला प्रशासन एवं पूर्व ग्राम प्रधान की मिलीभगत का परिणाम है सोनभद्र जिले में आदिवासी नरसंहार। भाजपा राज्य में भू माफियाओं के उन्मूलन की आड़ में कई पुश्तों से बसे गरीब आदिवासी, बनवासी को उजाड़ फेंकने का अभियान शासन द्वारा चलाया जा रहा है ।
उन्होंने कहा कि सोनभद्र जिले की आदिवासी नरसंहार इसी अभियान का परिणाम है। उक्त छ सौ बीघे जमीन पर आदिवासी पुश्त दर पुश्त से काबिज हैं जो कोआपरेटिव के नाम दर्ज है जिस पर सोनभद्र के पूर्व डीएम प्रभात मिश्र ने सौ सौ बिघा अपनी पत्नी, पुत्री व बहू के नाम दर्ज करा लिया और 2017 में हत्यारे पूर्व ग्राम प्रधान को लिख दिया और ग्राम प्रधान जिला प्रशासन से सांठगांठ करके आदिवासी नरसंहार को अंजाम दिया.
ज्ञापन में आदिवासी नरसंहार के जिम्मेदार डीएम एसपी को तत्काल निलंबित करने, उक्त जमीन आदिवासियों के नाम करने, आदिवासी, वनवासियों की बेदखली पर तत्काल रोक लगाने आदि मांग प्रमुख रूप से किया गया ।
पैदल मार्च में हरिद्वार प्रसाद, मनोरमा चौहान ,संगीता भारती, बैजनाथ मिश्रा ,अजय भारती, सुदर्शन निषाद, विनोद भारद्वाज, सुग्रीव निषाद सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।