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उर्वरक कारखाना के मुख्य द्वार पर महिलाओं का प्रदर्शन, दो घंटे बाधित रहा निर्माण कार्य

विस्थापित किसानों के घरों की थी महिलायें, निर्माण कार्य में रोजगार देने की मांग

गोरखपुर. खाद कारखाना की स्थापना के समय विस्थापित किसानों के घरों की महिलाओं ने आज सुबह 8:00 बजे हिंदुस्तान उर्वरक और रसायन लिमिटेड के मुख्य गेट पर धरना एवं प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी महिलायें स्थापित हो रहे उर्वरक संयंत्र के निर्माण कार्य में रोजगार की मांग कर रही थी।

 धरना व प्रदर्शन का कार्यक्रम औचक रखा गया था। विगत कई सालों से कारखाना में रोजगार की मांग को लेकिर विस्थापितों का धरना चल रहा था। अचानक गेट पर प्रदर्शन के कारण कारखाने में निर्माण कार्य 2 घंटा बाधित रहा।

नेशनल फर्टीलाइजर फैक्ट्री वर्कर यूनियन व इंटक के नेता विद्यापति सिंह ने बताया कार्यक्रम में लगभग 600 स्थानीय महिलायें शामिल थी। कारखाना प्रशासन ने भारी पुलिस बल को बुला लिया था इसके बावजूद दो घटे निर्माण कार्य बाधित रहा। उन्होंने बताया की निर्माण कर रही फर्म ने स्थानीय लोगों को नियोजित ही नहीं किया है। सभी श्रमिक बिहार, राजस्थान व झारखंड के निवासी हैं। आंदोलनकारियों ने कारखाना प्रबंधन को अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन भी दिया।

आंदोलनकारियो ने बताया कि इस दौरान ठेका मजदूरों ने पुलिस की जबरदस्ती के बावजूद आंदोलन का साथ दिया। आंदोलन के नेेता अरुण कुमार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.