स्वास्थ्य

देवरिया जिला अस्पताल में वेक्टर फ्री जोन बना डेंगू वार्ड

डेंगू के इलाज के लिये चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों के लिये कार्यशाला का आयोजन 

देवरिया। वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत डेंगू रोग प्रतिरोध के लिए गुरुवार को धन्वंतरि सभागार में सीएमओ डॉ धीरेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में डेंगू जैसे गंभीर बीमारी से बचाने के लिए सीएचसी, पीएचसी सहित स्थानीय स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया।
सीएमओ डॉ धीरेन्द्र कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी सरकारी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों के उपचार के लिए एक वार्ड आरक्षित किया किया गया है। डेंगू के मरीजों के उपचार के लिए जिला अस्पताल में 10 बेड वाला डेंगू वार्ड है। सभी बेड में स्टील पाईप फिटिंग के साथ मच्छरदानी लगा दी गई है। खिड़की व दरवाजों पर जाली लगाकर वार्ड को वेक्टर फ्री जोन बना दिया गया है। प्रशिक्षक जिला वेक्टर बार्न डिसीज परामर्शदाता एसके पांडेय ने कहा कि जरूरी नहीं कि हर तरह के डेंगू के मरीजों को प्लेटलेट्स चढाई जाएं। केवल हेमरेजिक और शॉक सिंड्रोम डेंगू में प्लेटलेट्स कि जरूरत होती है। डेंगू से बचाव के लिए लोगों का जागरूक होना जरूरी है, इसलिए अगर लगातार बुखार बना रहे तो तुरंत अस्पताल जाना चाहिए। उन्होंने प्लेटलेट्स ट्रांसफ्यूजन की आवश्यकता के विषय में विस्तार से बताया। उन्होंने कहाकि डेंगू मरीज के प्लेटलेट्स काउंट यदि 10 हजार से अधिक हैं और शरीर से रक्तस्राव नहीं हो रहा हो तो प्लेटलेट्स ट्रांसफ्यूजन की जरूरत नहीं होती। बीमारी होने से पहले ही उसे रोकने का उपाय ही सर्वोत्तम उपाय है। डेंगू के प्रतिरोध के लिए आम लोगों में जागरूकता सबसे अधिक जरूरी है। अगर हम मच्छर का लार्वा ही नहीं बनने देंगे तो हमलोगों को बीमारी छू भी नहीं सकेगी। बेकार फेंके हुए टायर, छत, कूलर, गमलो, एसी आदि जगहों पर जमा पानी में ही मच्छर का लार्वा बनता है।
इस अवसर पर एसीएमओ डॉ संजय चंद, डॉ बीपी सिंह, डब्लूएचओ जिला कोआर्डिनेटर डॉ सागर, डीएमओ एसपी तिवारी, मलेरिया अधिकारी सुधाकर मणि, असमत खान सहित सीएचसी-पीएचसी के चिकित्सक मौजूद रहे।

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