जनपद

मदीना से गोरखपुर पहुंचे हज यात्री

गोरखपुर। मुकद्दस हज के तमाम अरकान अदा करके गुरुवार को गोरखपुर के हज यात्री मदीना से लखनऊ पहुंचे। वहां से निजी व अन्य साधनों के जरिए गोरखपुर पहुंच गए।

शाम 6:30 बजे हज यात्रियों का काफिला लखनऊ स्थित हवाई अड्डे पर पहुंचा। जिले के करीब 465 हज यात्री 28, 29, 30 जुलाई और 3, 4 अगस्त को मुकद्दस हज यात्रा के लिए निकले थे। मक्का-मदीना शरीफ में करीब 40 दिन इबादत व जियारत के वतन वापस लौटने पर हाजियों के परिजनों व दोस्तों ने जोरदार इस्तकबाल किया।

खूनीपुर के 12 वर्षीय मो. फुरकान, गजाला परवीन, फिरोजुल हक, गाजी रौजा के मो. फैज अली, मो. जाहिद अली, हाजरा खातून, तकिया कवलदह रसूलपुर के इकबाल अहमद, गुलशने कादरिया मस्जिद असुरन पोखरा भेड़ियागढ़ के नायब इमाम मौलाना मो. शरीफ, शहीद अब्दुल्लाह नगर रसूलपुर के नूर आलम, मदीना खातून, घोसीपुर के मो. तारिक सहित तमाम हज यात्रियों के आगे अब हाजी-हज्जिन का टाइटल लगाया जायेगा।

देर रात तक जिले के काफी हज यात्री गोरखपुर पहुंच गए। शुक्रवार को तकरीबन सारे हज यात्री गोरखपुर में होंगे। वहीं नूरानी मस्जिद तरंग क्रासिंग के इमाम मो. अशरफ, तुर्कमानपुर के शरफुद्दीन, रफीकुन 3 सितंबर को ही मदीना से लखनऊ पहुंच गये थे।

हाजी मौलाना मो. शरीफ ने कहा कि अल्लाह व रसूल का करम है जो मुकद्दस हज का फरीजा अदा करने की तौफीक मिली। मक्का-मदीना शरीफ के तमाम मकामात पर इबादत व जियारत की। आका-ए-करीम हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम की बारगाह में सलाम पेश करने का मौका मिला। बस दुआ है कि सारी जिंदगी शरीयत की रोशनी में गुजर जाये। हिन्दुस्तान की तरक्की के लिए खास दुआ की। दुनिया में मुसलमानों पर हो रहे जुल्म से निज़ात के लिए दुआ की।

मो. फैज अली ने कहा कि मां-बाप के साथ हज अदा करने की सआदत बहुत खुशनसीबों को मिलती है। अल्लाह व रसूल का एहसाने अज़ीम है कि हज के तमाम अरकान आसानी के साथ गुजर गये। हरम शरीफ, मस्जिदे नबवी, तमाम तारीखी मस्जिदों व तमाम मकामात पर इबादत करने की तौफीक हुई। नबी-ए-करीम सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम व मुकद्दस हस्तियों की बारगाह में सलाम अर्ज करने की सआदत हासिल हुई। हिन्दुस्तान में अमन शांति के लिए दुआ की।

Related posts