आसान है फीडिंग
प्रशिक्षण के प्रतिभागी और बड़हलगंज सीएचसी के अधीक्षक डा. वीके राय ने बताया कि एप में फीडिंग काफी आसान है। इसमें आफलाइन फीडिंग की भी व्यवस्था है। सबसे अच्छी बात यह है कि एप से दवा, उपकरण और मानव संसाधन की भी निगरानी होगी। इससे इन बिंदुओं से जुड़ी समस्याओं का तात्कालिक समाधान हो जाएगा। कौड़ीराम पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. संतोष वर्मा ने बताया कि अब केस इंवेस्टीगेशन फार्म (सीआईएफ) आन लाइन भरा जाएगा। काम पेपरलेस होगा और आउटपुट अच्छा आएगा।
‘ रीच यूपी एप’ को जानिए
• गोरखपुर बस्ती मंडल के 104 ईटीसी को सरकार की ओर से टेबलेट दिए गए हैं जिनमें यह एप फीड होगा।
• एप में मरीज को भर्ती करते समय और डिस्चार्ज करते समय उसका केस स्टडी फार्म (सीआईएफ) भरा जाएगा।
• रेफर होने पर मरीज का सीआईएफ आनलाइन ट्रैक किया जा सकेगा।
• जिला और मंडल स्तर एक नोडल अधिकारी एप की निगरानी रखेंगे।
• उपकरणों, दवाओं और मानव संसाधन की कमी ट्रैक कर दुरुस्त की जा सकेगी।
• सेंट्रल लैब में लाए जाने वाले मरीजों की सीरम की रिपोर्ट भी आन लाइन फीड हो जाएगी।