गोरखपुर। दरगाह हजरत मुबारक खां शहीद नार्मल से जुड़ी तंजीम उलेमा-ए-अहले सुन्नत की चांद कमेटी ने मंगलवार की शाम ऐलान किया कि इस्लामी माह रबीउल अव्वल शरीफ की पहली तारीख 30 अक्टूबर को है लिहाजा ईद मिलादुन्नबी (पैगम्बर-ए-आज़म हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम का जन्मदिवस) का अज़ीम पर्व 10 नवंबर को अकीदत, अदब व एहतराम के साथ मनाया जायेगा। इसी के साथ बधाईंयों का दौर शुरु हो गया है, खास कर सोशल मीडिया पर।
रबीउल अव्वल शरीफ की 12 तारीख पैगम्बर-ए-आज़म हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम के जन्मदिवस (ईद मिलादुन्नबी ) के रुप में मनाई जाती है। हांलाकि गोरखपुर में रबीउल अव्वल शरीफ का चांद नज़र नहीं आया है। दरगाह पर मुफ्ती अख्तर हुसैन, कारी शराफत हुसैन कादरी, मौलाना रियाजुद्दीन कादरी, मनोव्वर अहमद सहित तमाम लोग मौजूद रहे। मुफ्ती अख्तर हुसैन (मुफ्ती-ए-गोरखपुर) ने बताया कि 10 नवंबर को ईद मिलादुन्नबी पर्व पर जिले की मस्जिदों में बाद नमाज फज़्र परचम कुशाई (ध्वजारोहण) होगी। इसी दिन जिले के विभिन्न मोहल्लों से ईद मिलादुन्नबी का जुलूस भी निकाला जायेगा। उन्होंने ईद मिलादुन्नबी का जुलूस शंतिपूर्ण व अदबो एहतराम के साथ निकालने की अपील की है।
जिले में ईद मिलादुन्नबी की तैयारियां शुरु हो चुकी हैं। घरों और मस्जिदों पर इस्लामी हरे झंडे बुधवार से सजने लगेंगे। जुलूस निकालने की तैयारियों व आकर्षक झांकियों को बनाने का काम तेज हो जायेगा। दीन-ए-इस्लाम के पैगाम से सजे बैनर भी बनने शुरु हो जायेंगे। नखास स्थिति दुकानों से झंडा, बिल्ला, स्टीकर, बैंड आदि की बिक्री शुरु हो जायेगी। जैसे-जैसे ईद मिलादुन्नबी की तारीख करीब आयेगी उत्साह बढ़ता जायेगा।