गोरखपुर। सोमवार को बेदारी-ए-उम्मत फाउंडेशन के बैनर तले मुस्लिमों के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री को संबोधित आठ सूत्रीय मांग पत्र नगर मजिस्ट्रेट उमेश कुमार मिश्र को सौंपा.
मांग पत्र में मॉब लिंचिंग रोकने, फिल्म आयशा पर प्रतिबंध लगाने, कश्मीरी अवाम को प्रतिबंधो से आजाद करने की मांग की गई है.
मांग पत्र देने गए इमाम चौक मुतवल्ली एक्शन कमेटी के अध्यक्ष अब्दुल्लाह ने कहा कि शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी समाज में ज़हर घोल रहे हैं, खासकर मुस्लिम समाज में. लिहाजा उन पर एफआईआर दर्ज कर उनकी निर्माणाधीन फिल्म आयशा पर रोक लगायी जाए. उन्हें गिरफ़्तार किया जाए. हमारी मस्जिदों व दरगाहों की सुरक्षा के लिए उचित व्यवस्था की जाए.
इमामबाड़ा मुतवल्लियान कमेटी के जिलाध्यक्ष सैयद इरशाद अहमद ने कहा कि मॉब लिंचिंग की घटनाएं देश में काफी बढ़ गई हैं. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मद्देनजर हर राज्य में मॉब लिंचिंग पर सख्त से सख्त कानून जल्द से जल्द बनाए जाए. पीड़ित को दस लाख रुपया मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाए. दोषियों को कड़ी सजा दी जाए.
समाजसेवी आदिल अमीन ने कहा कि कश्मीरी अवाम का दिल जीतने, मोहब्बत व शांति के लिए ठोस प्रयास किया जाए. उनकी अवाज सुनी जाए. कश्मीरियों तक राशन, ईंधन, इलाज, दवा, दूध, फल, कपड़ा, अन्य खाद्य सामग्री पहुंचाई जाए. बच्चों के पढ़ाई की वैकल्पिक व्यवस्था की जाए.
पासबाने अहले सुन्नत के अध्यक्ष मौलाना जहांगीर अहमद अजीजी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जब तीन तलाक को असंवैधानिक करार दे दिया है तो शादी टूटी ही नहीं फिर सज़ा किस बात की. लिहाजा तीन तलाक बिल वापस लिया जाए. बिल पर सरकार दोबारा गौरोफिक्र करे.
अखिल भारतीय मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक संघ के नवेद आलम व मो. आज़म ने कहा कि मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों का चार साल का मानदेय बकाया है. शिक्षक पाई-पाई को मोहताज हैं. बकाया चार साल का मानदेय जल्द दिया जाए. बुनकरों के हालात बहुत खराब हैं. उनका कारोबार खत्म होने के कागार पर है. उनके कारोबार को बचाने व उनके विकास के लिए नई-नई योजना बनाई जाए. योजना का लाभ उन तक पहुंचाया जाए. कुरैशी बिरादरी तीन सालों से रोजी रोटी के संकट से जूझ रही है. भूखमरी की कागार पर है. उनकी परेशानियों को देखते हुए गोरखपुर में मार्डन स्लॉटर हाउस खोला जाए और उनके लाइसेंस का नवीनीकरण किया जाए.
इस मौके पर एडवोकेट तौहीद अहमद, मौलाना शौकत अली नूरी, मुफ्ती मो. अजहर शम्सी, नूर मोहम्मद दानिश, मोहसिन खान गोल्डी, हाजी मो. फैज अली, मोहम्मद शादाब, शाह फैसल सहित तमाम लोग मौजूद रहे.