गोरखपुर। शाहपुर थाना क्षेत्र के गोड़धोईया नाले से मिली बच्चे की लाश की शिनाख्त से शाम को परिजनों ने इनकार कर दिया और डीएनए टेस्ट की मांग की है।
पहले इस बच्चे की शिनाख्त घोसीपुरवा से 27 सितंबर से गायब तौहीद और तौसीफ में से तौहीद के रूप में हुई थी। मां और परिवार ने शिनाख्त की थी लेकिन शाम होते-होते परिवार ने कुछ नए सवाल खड़े करते हुए लाश को अपने बच्चे की मानने से इनकार कर दिया। घोसीपुरवा में लापता बच्चों के पिता आफताब आलम के घर भारी भीड़ जुट गई और हंगामा शुरू हो गया।
पुलिस दूसरे बच्चे की भी तलाश में जुटी है। परिवार डीएनए जांच की भी मांग कर रहा है जिससे बच्चे की ठीक से पहचान की जा सके।
सुबह दस बजे कौआ बाग चौकी प्रभारी राजाराम द्विवेदी क्षेत्र मे निकले थे कि जेल बाईपास स्थित गोड़धोईया नाले में नजर पड़ने पर रुक कर देखा तो एक शव पड़ा था। कुछ दूर पर नाले की सफाई कर रहे चार सफाईकर्मी को बुला कर झाड़ी को साफ कराते हुए उच्चाधिकारियों को सूचना दी। सूचना पर एसओ शाहपुर, सीओ गोरखनाथ,एसपी सिटी,सहित भारी पुलिस बल पहुंच गई और शव को बाहर निकलवाया गया। लाश पूरी तरह सड़ चुकी थी, टीशर्ट व गले में ताबीज़ से परिजन व स्थानीय पार्षद अफरोज़ उर्फ गब्बर ने बड़े लड़के तौहीद आलम (6 ) के रुप में पहचान की। पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेज कर दूसरे लड़के की तलाश शुरू कर दी है। बच्चे की शव मिलने की खबर के बाद इलाके के लोग नाले के पास उमड़ पड़े। मां-बाप व अन्य ने पहले ताबीज और कपड़ों से पहले तो शव को पहचान लिया।बाद में चेहरा न पहचान में आने की बात कहते हुए डीएनए की मांग करने लगे। इसको लेकर काफी संख्या में मोहल्ले के लोगों ने जेल रोड चौकी का घेराव भी किया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पीएम के दौरान ही डीएनए के लिए भी सेम्पल लिया जाएगा। उसके बाद भीड़ तब शांत हो गई।