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गोरखपुर में 16 दिन नुक्कड़ सभा कर नागरिकता संशोधन कानून व एनआरसी का होगा विरोध

-‘साझी शहादत, साझी विरासत, साझी नागरिकता सम्मेलन ‘ 29 दिसंबर को

गोरखपुर। स्टूडेंट इस्लामिक आर्गनाइजेशन (एसआईओ), युनाइटेड अंगेस्ट हेट, जमाते इस्लामी हिन्द, रिहाई मंच सहित तमाम अन्य संगठन मिलकर महानगर में नागरिकता संशोधन बिल व एनआरसी के विरोध में नुक्कड़ सभा कर रहे हैं। करीब बीस सदस्यों की टीम लोगों को नागरिकता संशोधन बिल व एनआरसी के नुकसानात के बारे में आगाह कर रही है।

नुक्कड़ सभाओं में एनआरसी का बायकॉट करने की पुरजोर गुजारिश की जा रही है। सभा करने वाले बैनर व पोस्टर के जरिए विरोध दर्ज करवा रहे हैं। सभा में सौ से डेढ़ सौ लोग शामिल हो रहे हैं। एक सभा करीब तीस से चालीस मिनट की होती है। यह अभियान 12 दिसंबर से जामियानगर में शुरु हुआ। जो मुसलसल बाद नमाज मगरिब व बाद नमाज एशा जारी है। रविवार को रसूलपुर व अमरुतानी बाग में नुक्कड़ सभा की गई। यहां मो. राफे, औसाफ अहमद, सरफराज अहमद, फहीम अहमद कासमी, मो. आतिफ, सैफ अहमद, मो. राजिक खान ने लोगों को जागरुक किया।

यह सभा 27 दिसंबर तक जारी रहेगी। अहमदनगर चक्शा हुसैन, रसूलपुर में सभा हो चुकी है। पुराना गोरखपुर इमामबाड़ा, दशहरीबाग, पहाड़पुर, आग मस्जिद इलाहीबाग, सिधारीपुर मदरसे के पास, अजय नगर, मोहनलालपुर, तुर्कमानपुर, मोहल्ला बख्तियार खूनीपुर, जाफरा बाजार में सभा होनी बाकी है।

16 दिन तक चलने वाली इस सभा का मुख्य उद्देश्य मुसलमानों को एनआरसी में हिस्सा न लेने के लिए जागरुक करना है। नागरिकता संशोधन बिल व एनआरसी के नुकसानात के मुताल्लिक सोमवार से अवाम में दस हजार हैंडबिल बांटने का भी लक्ष्य है।

जमाते इस्लामी हिन्द के सदस्य मो. राफे कहते हैं कि अगर मुसलमान एनआरसी का बायकॉट कर देंगे तो सरकार की संविधान व मुसलमान विरोधी मंशा फ्लॉप हो जायेगी। उन्होंने बताया कि 29 दिसंबर को शाम 5 बजे से सवेरा मैरेज हाल रसूलपुर गोरखनाथ में ‘साझी शहादत, साझी विरासत, साझी नागरिकता’ नाम से एक सम्मेलन होगा। जिसमें देश के कई हिस्सों से आये विद्वानजन नागरिकता संशोधन बिल व एनआरसी पर अवाम को जागरुक करेंगे। नदीम खान, अब्दुल्लाह अज्जाम, राजीव यादव, अनिल कुमार, डॉ. कफील अहमद खान सहित तमाम लोगों से सम्मेलन में शिरकत की बात चल रही है।

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