लखनऊ. भाकपा (माले) की राज्य इकाई ने हैदराबाद एनकाउंटर की आलोचना की है. पार्टी ने कहा कि यह बिना न्यायिक परीक्षण के एनकाउंटर के आवरण में ठंडे दिमाग से आरोपियों की हत्या है. पार्टी ने इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.
माले ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी महिला डॉक्टर की रेप-हत्या के दोषियों को कठोर सजा देने के पक्ष में अवश्य है, लेकिन कोई भी लोकतंत्र प्रिय संगठन या व्यक्ति इस तरह के तथाकथित ‘न्याय’ का समर्थन नहीं करेगा, क्योंकि यह न्याय नहीं संविधान की भी हत्या है. राज्य या पुलिस को इस तरह न्याय करने की इजाजत कतई नहीं दी जा सकती. यह एक खतरनाक शुरुआत है.
पार्टी द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि कहा कि बिना न्यायिक परीक्षण के एनकाउंटर की आड़ में मौत देने वाली पुलिस आगे भी बहुत कुछ कर सकती है, जो लोकतंत्र के लिए भारी साबित होगा. ये भी सवाल लाजिमी है कि मारे गए चारों वही हैं जिन्होंने रेप-हत्या की और उनके खिलाफ अकाट्य सबूत हैं, या पुलिस द्वारा कार्रवाई के नाम पर दिखाने के लिए जल्दी में उठाए गए थे और थर्ड डिग्री देकर कबूलवाये गये थे – यह कोर्ट में साबित होना था. यदि असल अपराधी आजाद हैं, तो यह और भी चिंता वाली बात होगी. अतीत में ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें पुलिस द्वारा बताई गई एनकाउंटर की कहानियां जांच के बाद साबित नहीं हुईं.