कुशीनगर. भारतीय किसान यूनियन (भानु) के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र सिंह और कार्यकर्ताओं ने रविवार को लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल चलवाने, लक्ष्मीगंज को नगर पंचायत बनाने, गन्ना मूल्य भुगतान सहित छ: सूत्रीय माँगों का ज्ञापन सांसद विजय कुमार दुबे को दिया.
मांग पत्र में कहा गया है कि लक्ष्मीगंज चीनी मिल को चलवाने की पहल तुरंत की जाय. इस परिक्षेत्र में लगभग सात हजार हेक्टयर भूमि से ऊपर में गन्ने की खेती ब्रिटिश काल से होती आ रही है और इस भूमि से लगभग 45 से 50 लाख कुन्तल गन्ने का पैदावार प्रति वर्ष होती है . पडरौना-कप्तानगंज मार्ग से लक्ष्मीगंज की की ओर जाने वाली सड़क को बनवाने के लिये यूनियन लगातार माँग कर रही है लेकिन आज तक इस सड़क को बनवाने के लिये कोई पहल नही की गई. यह सडक इस कदर टूट गई है कि आये दिन उस सड़क पर हादसा हो रहा है. हमारी मांग है कि इस सड़क का चौडीकरण करते हुए दोनों तरफ नाला बनवाया जाय ताकि सड़क पर जलजमाव न हो सके. इस सड़क को लक्ष्मीगंज चौराहे से लेकर भटवलिया मोड तक बनवाया जाय.
मांग पत्र में कहा गया है कि लक्ष्मीगंज चीनी मिल बन्द हो जाने के वजह से सबसे बड़ा नुकसान यहाँ के व्यापारियों का हुआ है. चीनी मिल बन्द हो जाने से लक्ष्मीगंज आर्थिक रूप से काफी पीछे चला गया है. यह देखते हुए लक्ष्मीगंज को नगर पंचायत का दर्जा देना चाहिए जिससे इस इलाके का विकास हो सके. मांग पत्र में गन्ना मूल्य बकाये का सवाल उठाते हुए कहा गया है कि कप्तानगंज चीनी मिल को पेराई करते हुए लगभग दो महीने से अधिक हो गया है लेकिन आजतक चीनी मिल एक रूपये का भी भुगतान नहीं किया गया है.
मांग पत्र में कप्तानगंज चीनी मिल पर गन्ना माफियाओं से मिलीभगत का आरोप लगते हुए कहा गया है कि बलुआ बिहार के नाम से पांच लाख कुन्तल गन्ना का आवंटन कप्तानगंज चीनी मिल को हुआ है. इसकी आड़ में गन्ना माफिया चीनी मिल प्रबंधन के मिलीभगत कर किसानों का गन्ना औने-पौने दाम पर खरीददारी कर फर्जी कोड पर मिल के मुख्य गेट पर गन्ना तौल कराया जा रहा है और उसका भुगतान तीसरे दिन कर दिया जा रहा है जबकि इस पेराई सत्र का किसानों के गन्ने का भुगतान करोड़ो रूपये अभी तक नहीं दिया गया है. इस ममाले की जाँच कर कार्यवाही की मांग की गई है. ज्ञापन में कप्तानगंज तहसील अंतर्गत ग्रामसभा लालाछपरा के लक्ष्मीगंज बाजार (डगरा) पर स्थित पशु चिकित्सालय के जर्जर भवन के स्थान पर नया भवन बनवाने की मांग भी की गई है.
ज्ञापन देने के मौके पर शाहिद भाई, रामाशय वर्मा, कृष्ण गोपाल चौधरी, चेतई प्रसाद, चंदबाली, बालेश्वर राय, रामाशीष, योगेंद्र, बिकाऊ चौधरी,पारस,जगदीश राजभर, मनिराज, राधे, मोहन सिंह, भोरिक यादव, रामाधार प्रसाद, माधुरी देवी, इन्द्रावती देवी, कुसुम देवी, इसरावती देवी,प्रभावती देवी उपस्थित थे.